जैसा की हम सभी को पता है टेलीकॉम कंपनियां रिलायंस जियो की वजह से पीछे होती जा रही हैं और आये दिन जियो से टक्कर लेने और आगे बढ़ने के लिए कुछ नया सोचने के लिए मजबूर भी हैं. इसी के तहत जियो के नए प्लान को करारा जवाब देने के लिए दूरसंचार कंपनियां एक के बाद एक नए पेशकश भी की है. वही जियो को टक्कर देनें में एयरटेल कभी पीछे नही रहा है. इतना ही नही इन दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई भी हमेशा चलती रहेती है.
अब एक एक बार फिर रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है. दरअसल जियो ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ट्राई को पत्र भेजकर कहा है कि एयरटेल हमेशा से जियो की प्रतिस्पर्धा का विरोध करती रही है. एयरटेल ने एमटीएनएल की सेवाओं मोबाइल सेवाओं या मूल आपरेटर द्वारा डब्ल्यूएलएल सेवाओं का मामला या फिर जियो को पर्याप्त नेटवर्क इंटरकनेक्शन पॉइंट देने का मामला हो. सभी में जियो का विरोध किया है. इतना ही नही जियो का कहना है कि अब एयरटेल प्रतिस्पर्धा को रोकने के लिए आईयूसी के इस्तेमाल का प्रयास कर रही है.
एयरटेल के द्वारा लगायें गए झूठे आरोपों को जियो ने एयरटेल के कारोबार में 79,000 करोड़ रुपये के आंतरिक निवेश के दावे को भी खारिज कर दिया है. साथ ही कहा कि एयरटेल ने पिछले कई बरसों में आंशिक रूप से नया इक्विटी निवेश किया है जबकि उसे कहीं ऊंचा निवेश करने की जरूरत थी. आपको बता दे कि पिछलें हफ्तें ही एयरटेल ने इसी सप्ताह 4जी वोल्ट नेटवर्क की शुरुआत की है. देखना होगा की एयरटेल की यह योजना जियो को टक्कर दे पाती है.