सुरों की मल्लिका कही जाने वाली आशा भोंसला का आज जन्मदिन है। उन्होंने अपनी सुरली आवाज से न जाने कितने गानों को सजाया है। उन्होंने हिंदी के अलावा 20 भाषाओं में करीब 12 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। आज वे 83 साल की हो गई हैं,उनकी उम्र भले ही ढल रही हो, लेकिन सुरीली आवाज का जादू आज भी बरकरार है। उन्होंने ये मुकाम यूं ही हासिल नहीं किया, बल्कि इसके पीछे हैं उनका कड़ा संघर्ष। आइए हम आपको बताते हैं उनकी आवाज के पीछे छिपे संघर्ष की कहानी।
आशा ने अपना करियर 16 साल की उम्र में शुरू किया था। उस समय लता मंगेशकर जानी-मानी सिंगर थीं। उनका करियर ऊचाइयां छू रहा था। आशा जब 16 साल की थीं, तब उन्हें अपने से 15 साल बड़े गनपतराव भोंसले से प्यार हो गया। लेकिन खास बात ये थी कि गनपतराव भोंसले आखिर थे कौन। गनपतराव भोसले और लता मंगेशकर के बीच खास कनेक्शन था।
दरअसल, गनपत राव लता जी के सेक्रेटरी थे। इस दौरान आशा भोंसले से उनकी मुलाकात रोज की तरह ही होती। ऐसे में आशा जी को उनसे प्यार हो गया और दोनों की शादी हो गई। यह लव मैरिज थी, इसलिए घरवालों का समर्थन नहीं मिला। शादी के कुछ साल बाद तो अच्छे से बीते, फिर गनपतराव के घरवाले उन्हें मारते-पीटते और उनके किसी भी घरवाले से बात नहीं करने देते। ऐसे में आशा ने दो बच्चों के साथ अपने पति का घर छोड़ दिया और अपनी मां के पास चली आईं। उस वक्त भी वे प्रेग्रेंट थीं।
फिर हुई आरडी बर्मन से मुलाकात-
मां के घर आने के बाद आशा जी ने फिर से गाना शुरू किया। इसी दौरान उनकी मुलाकात आरडी बर्मन से हुई। आशा ताई और आरडी बर्मन की लव स्टोरी फिल्म इंडस्ट्री में काफी मशूहर रही है। इस सुरीली जोड़ी ने बॉलीवुड को कई यादगार गाने दिए हैं, जिन्हें हम आज भी गुनगुनाते हैं। दोनों की मुलाकात एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो में हुई थी। उस समय सिर्फ बर्मन ने आशा का ऑटोग्राफ मांगा था और ज्यादा बात नहीं की थी। लेकिन धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के प्यार में पड़ गए। कहने को आरडी बर्मन आशा जी से छह साल छोटे थे , पर प्यार उम्र नहीं देखता सिर्फ दिल देखता है । दोनों ने शादी कर ली। दोनों की बॉन्डिंग काफी अच्छी थी, वो इसलिए कि दोनों की पहली शादी टूट चुकी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आशा की उनकी बहन लता के साथ हमेशा तकरार रहती थी। दोनों ने हमेशा इस बात को खारिज किया, लेकिन लता और आशा की जिंदगी पर बनी फिल्म ‘साज’ ने सब कुछ बयां कर दिया था।
विदेशों में है आशा रेस्टोरेंट-
सिंगिंग के साथ आज आशा भोंसले अपने खुद के रेस्टोरेंट भी चलाती हैं। दुबई और कुवैत में आशा नाम से उनके रेस्टोरेंट हैं। आने वाले सालों में आशा जी के ब्रांड के 40 रेस्टोरेंट पूरे यूके के अंदर खोलने की प्लानिंग चल रही है।
सिंगिंग के क्षेत्र में एक मुकाम हासिल करने वाली आशा ताई कभी हारी नहीं। उन्होंने सभी मुश्किलों का डटकर सामना किया। उन्हें फिल्मफेयर, दादा साहेब फाल्के और पद्म विभूषण से नवाजा जा चुका है। आशा को सबसे ज्यादा गाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी जगह मिली है।