कान खोलकर सुनले पाक, हर आतंकवादी घटना में पाकिस्तान का हाथ -मोदी
नई दिल्ली। केरल के कोझिकोड में आज यानी शनिवार को चल रही बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की तीन दिवसीय बैठक के दूसरे दिन जनसभा को पीएम नरेंद्र मोदी संबोधित करे रहे हैं। बता दें कि मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत स्थानीय भाषा से की। गौरतलब है कि उरी हमले पर इससे पहले पीएम ने कहा था कि उरी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। यह महज एक कथन नहीं है, करारा जवाब मिलेगा”
एक नजर पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश..
-पीएम मोदी ने कहा कि केरल का नाम आते ही मन में श्रद्धा और पवित्रता का भाव पैदा होता है
-देशभर में जहां कही भी केरल के लोग रहते हैं उन्हें सम्मान की नजर से देखा जाता है यह केरल के संस्कारों के कारण ही है।
-विदेश यात्राओं के दौरान भी मैं जब किसी से भी मिलता हूं तो वहां केरल के लोगों के काम और अनुशासन की तारीफ सुनकर गर्व होता है।
-आज से 50 साल पहले पंडित दीनदयाल जी को यहां पर जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मुझे नहीं लगता कि उस वक्त किसी अखबार के किसी कोने में भी यह खबर छपी होगी। 50 साल के भीतर-भीतर यह दल देश की नंबर 1 पार्टी बन गया।
-आज हम उस पूर्व संध्या पर मिल रहे हैं, जब कल से भारत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्मशती मनाने जा रहा है।
-भारत के राजनीतिक जीवन को तीन महापुरुषों ने प्रभावित किया- महात्मा गांधी, दीनदयाल उपाध्याय और राम मनोहर लोहिया। इनके चिंतन का प्रभाव आज की राजनीति पर नजर आता है।
– सत्ता में आने से पहले संगठन में काम करने का मौका मिला। केरल में भी कार्यकर्ताओं ने दशकों में बलिदान दिए। उन्हें सत्ता नहीं मिली, इसके बावजूद वे डटे रहे और विचारधारा के लिए बलिदान दिया और सबके लिए प्रेरणा बने।
-आपने जो तपस्या की है, आपने जो यातनाएं झेली हैं, आपने जो बलिदान दिया है। वह व्यर्थ नहीं जाएगा। केरल का भी भाग्य बदलेगा और बीजेपी केरल का भाग्य बदलने का निमित्त बनेगी।
-केरल में देश का नंबर एक राज्य बनने की पूरी क्षमता है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी और भारत सरकार हर तरह से तैयार रहेगी।
– सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर देश आगे बढ़ रहा है। आज पूरी दुनिया में एक सुर में कहा जा रहा है कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में भारत नंबर एक पर है।
-दिल्ली में बैठी सरकार हर किसी को नई शक्ति और नई सामर्थ्य देने के लिए काम कर रही है।
-आज मानव जाति के सामने कई चुनौतियां हैं।हम कई वर्षों से सुन रहे हैं कि 21वीं सदी एशिया की सदी होगी।इसके लिए भरपूर संभावनाएं हैं सारे अवसर साफ साफ नजर आ रहे हैं।
-21वीं सदी एशिया की सदी बने इसके लिए हर देश हर संभव प्रयास कर रहा है। लेकिन एक देश ऐसा है जो 21वीं सदी एशिया की न बने। पूरा एशिया रक्त रंजित हो, पूरा एशिया आतंकवाद की चपेट में आ जाए। खून खराबा हो, इसकी साजिश में जुटा हुआ है।
-एशिया के अंदर जहां जहां आतंकवाद की घटनाएं हो रही हैं सभी देश एक ही देश को गुनहगार मानता है।
-आतंकवाद कैसा होता है, यह केरलवासी अच्छी तरह से जानते हैं. हमारी केरल की बेटियों को आतंकवादी उठाकर ले गए थे। हमारी बेटिया खाड़ी देशों में सेवा भाव से गई थीं। केरल के लोगों ने दिल्ली की तरफ देखा और हमने हर तरह के प्रयास करके बेटियों को सही-सलामत घर वापस पहुंचा दिया।
-आतंकवाद मानवता का दुश्मन है पूरी दुनिया को एकजुट होकर आतंकवाद को परास्त करना है भारत न आतंकवाद के आगे झुका है और न झुकेगा। हम आतंकवाद खात्मा कर के रहेंगे।
जम्मू कश्मीर के उरी में हमारे पड़ोसी देश से एक्सपोर्ट किए गए आतंकवादियों ने हमारे 18 जवानों को शहीद कर दिया। आतंकवादी कान खोलकर सुन लें, यह देश इस घटना को कभी भूलने वाला नहीं है।
-हमारे देश में अशांति फैलाने के लिए आतंकवादियों ने पिछले कुछ समय में 17 बार घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन हमारी सेना ने 110 आतंकवादियों को मार गिराया है।
-आप कल्पना कर सकते हैं कि पड़ोसी देश एक बार सफल हुआ और हमारे 18 सैनिकों को शहीद होना पड़ा, अगर 17 कोशिशों में भी सफल होता तो कितना दर्द देश को सहना पड़ता।
-हमारे सुरक्षाबलों के जवान वो इस लड़ाई को जीतते चले गए हैं, इसका कारण सिर्फ शस्त्र नहीं होते हैं, शस्त्र तो खिलौने होते हैं देश का मनोबल उनका हौसला होता है आज देश का मनोबल ऊंचा है। देश के सवा सौ करोड़ देशवासियों का मनोबल ऊंचा है और यही सुरक्षाबलों की शक्ति है।
– पाकिस्तान के हुक्मरान आतंकवादियों के आकाओं के लिखे भाषण पढ़ते हैं. दुनिया को पाकिस्तान के हुक्मरानों से कोई उम्मीद नहीं है। मैं यहां से पाकिस्तान की आवाम से बात करना चाहता हूं. 1947 से पहले आपके पूर्वज भी इसी संयुक्त भारत की धरती को प्रणाम करते थे.।इसको अपना मानते थे।
-मैं आपसे पूछता हूं आपके पास पीओके है आप उसको नहीं संभाल पा रहे हो। आप पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) को नहीं संभाल पाए. आप गिलगित को नहीं संभाल पा रहे, आप बलूचिस्तान को नहीं संभाल पा रहे। कश्मीर की बात करके आपके हुक्मरान आपको गुमराह कर रहे हैं।
-वहां की आवाम अपने हुक्मरानों से पूछे कि दोनों देश एक साथ आजाद हुए थे। हिन्दुस्तान सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट करता है और पाकिस्तान आतंकवाद एक्सपोर्ट करता है।
-पाकिस्तान की आवाम से मैं कहना चाहता हूं कि आपको गुमराह करने के लिए हिन्दुस्तान से 1000 साल तक लड़ने की बात करती है। आज दिल्ली में ऐसी सरकार बैठी है कि मैं आपकी इस चुनौती को स्वीकार करते हैं।
-मैं पाकिस्तान की आवाम का आह्वान करता हूं मैं लड़ने के लिए तैयार हूं. आओ लड़ते हैं देखें पहले अपने देश की गरीबी कौन खत्म करता है.।पहले बेरोजगारी पहले कौन खत्म करता है। दोनों देश अशिक्षा को खत्म करने के लिए लड़ें, देखें पहले कौन अशिक्षा से पार पाता है।
पाकिस्तान की जनता का आह्वान करता हूं कि आओ नवजात शिशुओं को बचाने की लड़ाई लड़ें।
-पाकिस्तान के हुक्मरान सुन लें, हमारे 18 जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा। हम आपको विश्व समुदाय से अलग करके रखेंगे। वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्तानी आवाम अपने हुक्मरानों के खिलाफ खड़ी होगी।
हमारे देश का भविष्य शांति, एकता और सद्भावना से जुड़ा है।
अमित शाह ने कहा
अमित शाह ने कहा कि, केरल में अगली सरकार बीजेपी की बनेगी। अमित शाह ने जनसंघ से बीजेपी तक के पार्टी के सफर को याद किया और कहा आज देश के 13 राज्यों में या तो बीजेपी की सरकार है या बीजेपी के समर्थन की सरकार है हिंसा से दमन से भारतीय पार्टी कार्यकर्ता डरेंगे नहीं। जो लोग हिंसा फैला रहे हैं उन्हें बीजेपी कार्यकर्ता दंड दिलाने का काम करेंगे।
गौरतलब है कि बीते रविवार पाकिस्तान से आए 4 आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में मौजूद आर्मी बेस को अपना निशाना बनाया। इस आतंकी हमले में शहीद होने वाले जावानों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। हमले में सेना के 17 जवान शहीद हुए थे जबकि तीन अन्य जवानों की अस्पताल में मौत हो गई। हादसा कश्मीर के उरी क्षेत्र में हुआ है। हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत देने वाले 17 जवानों के नाम सामने आए हैं। बता दें कि सुबह पांच बजे से उरी में लगातार फायरिंग की जा रही थी। आतंकियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर सेना के मुख्यालय में घुसे। लेकिन सेना के जवानों ने उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। थोड़ी देर बाद ही सेना के जवानों ने आतंकियों को घेर लिया। गौरतलब है कि 5 दिसंबर 2014 को भी आतंकियों ने कश्मीर के इसी हिस्से को अपना निशाना बनाया था। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से पिछले दो महीनों से कश्मीर में अशांति का माहौल बना हुआ है।सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच हुए संघर्ष में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी हैं।