माखनलाल चतुर्वेदी के अंदाज से पाए मास मीडिया में सक्सेस
मीडिया के क्षेत्र में करियर बनाने की चाह युवाओ में आज बहुत देखी जा रही है, इसी पत्रकारिता जगत के महान कवि, लेखक और पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी का आज जन्मदिन है। हर साल इस दिन उन्हें याद किया जाता है उसके बाद सभी फिर अपने जीवन में व्यस्त हो जाते है। पर यदि सच में इस मीडिया जगत में पैर जमाने है तो माखनलाल जी कि कुछ बातों को अपनाकर आप बेहतर रिजल्ट हासिल कर सकते है
पत्रकारिता में मुद्दे पर पकड़ बनाना
माखनलाल चतुर्वेदी ने 20वीं शती के प्रथम दशक में ही कविता लिखना शुरु कर दिया था, आजादी के संघर्ष में वे जानते थे की यदि मुद्दे की तह तक पहुंचना है , तो वृक्ष से परिचय रखना बहुत आवश्यक है। इसी बात का खास ध्यान रखते हुए उनके लेखन कि चाह उन्हें महात्मा गांधी का अनुयाई बना दिया।
नींव के प्रति कर्तव्य
पत्रकारिता के क्षेत्र में सूचना, समाचार का आदान प्रदान करना ही बस पत्रकारिता नहीं है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए बेहतर शिक्षा बेहतर ज्ञान की प्राप्ति भी जरुरी है। इसी उद्देश्य से माखनलाल चतुर्वेदी ने पत्रकारिता के लिए उचित विश्वविद्यालय की जिज्ञासा रखी जो पूरी भी हुई।
निर्णायक प्रवृत्ति
हमें कब क्या करना है इसकी समझ होना अति आवश्यक है। माखनलाल चतुर्वेदी कवि लेखक और पत्रकार की जिम्मेदारी बेहतर निभा रहे थे। इसी दौरान स्वाधीनता के बाद जब मध्यप्रदेश नया राज्य बना तब यह प्रश्न खड़ा हुआ की इस राज्य के मुख्यमंत्री की बागडोर किसे सौपी जाए। चतुर्वेदी जी के नाम पर सभी ने सहमति जताई पर उन्होंने यह कह कर पद अस्वीकार कर दिया की मुझ पर पहले से ही कवि लेखक और पत्रकार के पद की जिम्मेदारी है, मुझे पदौन्नति की जरुरत नहीं है।
लेखन से लगाव जरुरी माखनलाल चतुर्वेदी ने अपने कार्यक्षेत्र में बहुत प्रगति और ख्याति हासिल की। जिसकी एक खास वजह यह भी रही की, उन्हें अपने काम से बेहद लगाव था। कभी-कभी तो वे सुबह उठते के साथ ही कलम चलाना शुरु कर देते थे।
अभिव्यक्ति को अहमियत दें
भाषा और शैली की दृश्टि से माखनलाल का पर आरोप किया जाता है, कि उनकी भाषा बड़ी बेडौल है उनमें कहीं-कहीं व्याकरण की अवहेलना की गई है। इनकी कविताओ में कहीं संस्कृत कहीं कठोर शब्द तो कहीं बुन्देलखण्डी का प्रयोग हुआ है। इससे इस बात का पता चलता है की कवि भाषा से ज्यादा अभिव्यक्ति को महत्वपूर्ण समझता है। वास्तव में यह जरुरी भी है, कि अभिव्यक्ति को अहमियत मिले।इन खास ५ बातो को पत्रकारिता में ध्यान रखा जाये तो इस क्षेत्र में बेहतर तरक्की हासिल की जा सकती है ।
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