देश में अगर अमीरों की मिसाल दी जाती है तो टाटा-अंबानी का नाम लिया जाता है। वैसे ये पता करना कि टाटा और अंबानी में कौन ज़्यादा रईस है तो लोगों का अक्सर कहना होता है कि अंबानी ज्यादा रईस हैं लेकिन हाल ही में जो हुआ है उसे देखकर लगता है कि टाटा की कंपनी अभी अंबानी की कंपनी से आगे है।
बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को पहली बार 5 लाख करोड़ रूपए के बाजार पूंजीकरण का आंकड़ा पार कर लिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और देश में ऐसी कम ही कंपनियां है जो इस आंकड़े को पार कर पाती है।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि रिलायंस इस आंकड़े को पार करने वाली भारत की दूसरी कंपनी है। इससे पहले टाटा ग्रुप ये आंकड़ा पार कर चुका हैं। रिलायंस से पहल टाटा समूह की मल्टी नेशनल आईटी कंपनी टाटा कंसलटेंसी ने भी 5 लाख करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण का आंकड़ा पार कर लिया है।
सोमवार को रिलायंस का बाजार पूंजीकरण 5,05,458.09 करोड़ रहा। बीएसई (बंबई स्टॉक एक्सचेंज) पर कंपनी के शेयर 1.33 फीसदी या 20.30 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 1,551.35 पर बंद हुआ, जबकि पिछले शुक्रवार को यह 1,531.05 पर बंद हुआ था। ट्रेडबुल्स के निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव देसाई ने कहा कि “रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी ट्रेडिंग इतिहास में पहली बार 5 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार किया। इस आंकड़े तक पहुंचने वाली टीसीएस के बाद यह दूसरी कंपनी है।”
उन्होंने आगे कहा कि आरआईएल के शेयर जुलाई में 11 फीसदी बढ़े और सालाना आधार पर इनमें 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। एचडीएफसी सिक्यूरिटीज के प्रमुख (खुदरा शोध) दीपक जासानी ने कहा कि रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल के अपने पारंपरिक कारोबार के अलावा जो अच्छी तरह से चल रही है, अब दूरसंचार और खुदरा कारोबार भी धीरे-धीरे लाभ कमाना शुरू कर देंगे, क्योंकि वे तेजी से अपना नुकसान कम कर रहे हैं।