28 साल पहले दो बेटियों से बिछड़ी थी मां, सोशलसाइट के बिना ही ढूंढ निकाला
28 साल पहले दो बेटियां अपनी मां से बिछड़ गई थी। जो अब बड़ी मुश्किल और प्रयासो के बाद अपनी मां से मिल पाई। अपनी मां से मिलने के लिए उन्हे इस टेक्नोलॉजी के जमाने में फेसबुक या किसी सोशल साइट का यूज नहीं किया है। उन्होने पुराने जमाने के ही तरीकों को अपना कर अपनी मां को भारत में ढूंढ निकाला हैं।
हैदराबाद पुलिस की मदद से गुरूवार को 28 साल पहले अपनी मां से अलग हुई दो बेटियां आयशा और फातिमा अपनी मां सईद से मिली। 60 साल की उनकी मां ने अपनी बेटियों को 28 साल पहले तब देखा था जब दुबई में उनका उनके पति से तलाक हुआ था। इसके बाद से ही दोनो बेटियां अपने पिता के साथ दुबई में ही रहती थी। तलाक के बाद उनके पति ने हैदराबाद की फ्लाइट का टिकट उनके हाथ में दे दिया था। जिसके बाद वे कभी एक-दूसरे से नहीं मिले। जनवरी में दुबई निवासी दो महिलाएं अपनी मां की खोज में हैदराबाद आईं थीं। वे डीसीपी (साउथ जोन) वी सत्यनारायण से मिलीं। उन्होंने अपनी मां का पता लगाने के लिए उनसे मदद मांगी।
पुरानी तस्वीर के सहारे की खोज
डीसीसपी सत्यनारायण ने बताया कि वे अपने साथ एक पुरानी फोटो लेकर आई थी। मैने उनसे वादा किया था कि मै उनकी मां से उन्हे जरूर मिलवा दूंगा। हमने ओल्ड सिटी एरिया में पुरानी फोटो और कॉपियां बंटवा दीं। सैंकड़ों लोगों से पूछने के बाद हमें कुछ सुराग मिले और तब जाकर काफी प्रयासों के बाद उनका पता लगाने में सफलता मिली।’
इस तरह हुआ तलाक
दुबई के बिजनेसमैन राशिद ओबैद मासमैरी 1981 में योग्य लड़की की खोज में हैदराबाद आए थे। कुछ महीनों बाद उन्होंने नाजिया से शादी कर ली। इसके बाद दंपत्ति फुजैराह चले गए। वहां पहुंचने के बाद नाजिया को पता चला राशिद पहले से शादीशुदा है। तब भी उन्होने राशिद के साथ रहने का निर्णय लिया था। शादी के दो साल बाद आयशा का जन्म हुआ और उसके एक साल बाद फातिमा का जन्म हुआ। 1988 में राशिद ने उन्हें तलाक दे दिया और नाजिया को वापस भारत भेज दिया। बेटियां राशिद के पास ही रहीं। इसके बाद राशिद ने दूसरी महिला से शादी की और उसे भी दुबई लेकर चला गया। इसके बाद परिवार वहीं रहने लगा।
मां ने कर लिया था दूसरा निकाह
पति से तलाक के बाद नाजिया हैदराबाद आ गई जहां पर वह अपने परिवार के साथ रहने लगी। कुछ दिनों बाद नाजिया के परिवार ने उनकी शादी कर्नाटक के फल विक्रेता से करा दिया। यहां नाजिया दो बेटों और एक बेटी की मां बनीं।
पुराने काजी ने की मदद
डीसीपी ने कहा एडीशनल डीसीपी के बाबू राव पुराने काजियों से नाजिया की फोटे के साथ मिले। उन्होंने बताया कि नाजिया के माता-पिता गुजर गए थे लेकिन एक को याद था कि और उसने ही नाजिया तक पहुंचने में मदद की। नाजिया के घर पर जब इंस्पेक्टर पहुंचे तो उन्हें अपनी बेटियों के बारे में ज्यादा याद नहीं था लेकिन उन्हें यह याद था कि उनकी छोटी बेटी के हाथ में 6 अंगुलियां थीं। पुलिस ने इस बात की जांच की और फातिमा ने इस बात की पुष्टि भी कर दी।
फातिमा ने बताया कि उसके हाथ में 6 अंगुलियां थीं जिसे कुछ सालों पहले उन्होंने सर्जरी के जरिए हटवाया। 28 सालों बाद बिछड़ी मां से मिलने पर आयशा ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि इस जिंदगी में हम अपनी मां से मिल पाएंगे।
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