क्या भोले-भाले स्टूडेंट्स के जरिये धन-उगाही कर रहे NGO?
हिमाचल प्रदेश में सार्वजनिक कल्याण ट्रस्ट ‘उमंग फाउंडेशन’ ने यहाँ के सीएम वीरभद्र सिंह से कैंसर मरीजों के नाम पर लोगों से फंड इकट्ठा करने वाली फर्जी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने सीएम को लिखे इस पत्र में कहा है कि स्कूलों के मैनेजमेंट के साथ मिलकर धांधली की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया, “कई NGO और निजी स्कूल निर्दोष छात्रों का इस उद्देश्य के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि दोषी स्कूलों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिये और करोड़ो रुपये इकट्ठा करने वाले गैर सरकारी संगठन (NGO) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाना चाहिये। श्रीवास्तव ने कहा कि अन्य राज्यों के कम से कम 4 NGO कैंसर मरीजों के नाम पर इस तरह के कार्य में जुटे हुए हैं।
बढ़िया कलेक्शन पर रिवॉर्ड देने का लालच
उन्होंने कहा “लालपानी के सीनियर सेकंडरी गवर्नमेंट स्कूल के 11वीं में पढ़ने वाले 3 छात्र उनके घर आए और लखनऊ की NGO ‘कैंसर एड सोसायटी’ की ओर से कैंसर मरीजों के लिए दान की मांग करने लगे। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अंग्रेजी के शिक्षक ने उन्हें NGO की तरफ से फंड इकट्ठा करने का कार्य सौंपा है। उसने यह भी बताया कि NGO ने उससे वादा किया कि अगर वे बढ़िया धनराशि इकट्ठा करते हैं, तो उन्हें पुरस्कृत भी किया जायेगा। शिक्षकों ने इस कार्य में कम से कम सैंकड़ों छात्रों को लगाया है।
NGO ने कैंसर पेशेंट के लिए मदद नहीं दी
जब लखनऊ स्थित इस NGO ‘कैंसर एड सोसायटी’ से रक्त कैंसर से पीड़ित 3 वर्षीय 1 बच्ची के लिए वित्तीय सहायता की मांग की गई, तो उसने किसी भी तरह की मदद करने से इनकार करते हुए कहा कि वह समाज में कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए इस तरह के फंड इकट्ठा करता है। व्यक्तिगत रूप से किसी भी मरीज को वित्तीय सहायता नहीं दी जाती है।
हायर एजुकेशन विभाग ने हाथ ऊँचे किये
श्रीवास्तव ने कहा कि जब उमंग फाउंडेशन ने यह जानकारी उच्च शिक्षा निदेशालय को दी तो उन्होंने अनभिज्ञता प्रकट की और कहा कि इस तरह के फंड इकट्ठा करने के लिए किसी को भी अुनमति नहीं दी गई है। श्रीवास्तव ने सीएम से इस संबंध में जांच के आदेश देने और फर्जी NGO के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
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