इराक के पीएम हैदर अल-आब्दी बीते रविवार को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के चंगुल से आजाद करवाए गए शहर मोसुल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सेना को 266 दिनों तक चले इस भीषण युद्ध में प्राप्त हुई जीत के लिए बधाई दी. आपको मालूम ही होगा कि मोसुल पर IS ने तीन साल से अपना कब्जा जमा रखा था. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मोसुल में IS पर इस ऐतिहासिक जीत की खुशी में इराकी सैनिकों और स्थानीय नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया.
मोसुल थी IS की राजधानी
IS के खिलाफ इराक की इस लड़ाई में मोसुल की आजादी को ऐतिहासिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि इराक के सामने पूरी तरह से बर्बाद हो चुके इस शहर को फिर से खड़ा करने की गंभीर चुनौती है. इराक के उत्तर में स्थित निन्वेह प्रांत की राजधानी और इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल को IS ने अपनी राजधानी घोषित किया हुआ था.
इराक में ध्वस्त हुआ इस्लामिक स्टेट
साल 2014 में मोसुल में ही IS के सरगना अबु बकर-अल-बगदादी ने इराक और सीरिया में IS के शासन का ऐलान किया था. मोसुल में स्थानीय नागरिकों ने कहा कि मोसुल की आजादी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महान जीत है और इसने आतंकवादी संगठनों की कमर तोड़ दी है, वहीं इराक में इस्लामिक स्टेट को भी ध्वस्त कर दिया है.