नवाज शरीफ की कुर्सी पर खतरा, कारण सिर्फ एक काला अक्षर
पनामागेट केस में फंसे पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ की कुर्सी पर टाइपिंग के एक फॉन्ट के कारण खतरा मंडरा रहा है। इस केस की जांच के लिए गठित संयुक्त जांच दल (JIT) ने नवाज की बेटी मरियम नवाज की ओर से सौंपे गए डॉक्युमेंट्स को जाली करार दिया है। जांच दल ने मरियम नवाज की ओर से जमा किए गए फर्जी दस्तावेजों को एक फॉन्ट के आधार पर पकड़ा है। उक्त दस्तावेजों में माइक्रोसॉफ्ट के केलिबरी फॉन्ट का इस्तेमाल हुआ है।
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सौंपे गए दस्तावेज 2006 के, कैलिबरी फॉन्ट आया 2007 में
JIT ने पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को पेश अपनी फाइनल रिपोर्ट में कहा कि मरियम की ओर से सौंपे गए दस्तावेज 2006 के हैं, जबकि कैलिबरी फॉन्ट 31 जनवरी, 2007 तक कमर्शियल यूज के लिए उपलब्ध ही नहीं था। JIT ने लंदन की रैडली फॉरेंसिक डॉक्युमेंट लैबोरेटरी के रॉबर्ट डब्ल्यू. रैडली की राय का हवाला देते हुए दस्तावेजों में इस्तेमाल फॉन्ट पर सवाल उठाए हैं।
गुमराह करने के लिए फर्जी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए
6 सदस्यीय इस JIT ने शरीफ परिवार की ओर से विदेश में संपत्ति बनाने और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों की जांच कर एक फ़ाइनल रिपोर्ट दाखिल की है। जांच दल ने 43 वर्षीय मरयम से 4 जुलाई को पूछताछ की थी। उनके पति कैप्टन मुहम्मद सफदर से भी पूछताछ हुई थी। इस मामले में पीएम नवाज शरीफ, उनके दोनों बेटों हुसैन व हसन और उनके भाई व पंजाब प्रांत के सीएम शाहबाज शरीफ को भी पूछताछ का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ के अनुसार JIT ने कहा कि मरयम, उनके दोनों भाई हुसैन व हसन के साथ ही उनके पति सफदर ने सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने के लिए फर्जी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। इस बीच शरीफ की बेटी मरयम ने JIT के आरोपों से इनकार किया है।
ट्विटर पर यह मामला छाया
कैलिबरी फॉन्ट के इस्तेमाल पर JIT की ओर से संदेह जताने के बाद पाकिस्तान में ट्विटर पर यह मामला छाया हुआ है। इस पर ट्वीट करते हुए पत्रकार जर्रार खुहरो ने लिखा कि “ओह. माइ गॉड” इसके साथ ही उन्होंने JIT की रिपोर्ट के उस हिस्से का स्क्रीनशॉट भी लगाया है, जिसमें फॉन्ट पर सवाल खड़े किए गए हैं।
ट्विट-
Oh. My. God. pic.twitter.com/LC5w13f9RX
— Zarrar Khuhro (@ZarrarKhuhro) July 10, 2017
नवाज फैमिली पर केस दर्ज करने की सिफारिश
6 सदस्यीय JIT ने शरीफ परिवार के व्यापारिक लेनदेन की जांच की और अपनी 10 खंडों वाली रिपोर्ट शीर्ष अदालत को सौंपी। उसने सिफारिश की कि शरीफ और उनके बेटे हसन नवाज और हुसैन नवाज के साथ-साथ उनकी बेटी मरियम नवाज के खिलाफ भी राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NB) अध्यादेश, 1999 के तहत भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज किया जाना चाहिए। रिपोर्ट में पाया गया कि शरीफ और उनके बच्चों के पास आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति है।
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