भारत से बदला लेने के लिए पाक उठा रहा है ये कदम
भारत के कूटनीतिक हमले से बौखलाया पाकिस्तान भारत से बदला लेने के लिए बेचैन है। इसके लिए वह नए-नए रास्ते ढूंढ रहा है। सार्क समिट का बहिष्कार होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान अब भारत पर दबदबा बनाने के लिए सार्क समिट में दूसरे देशों को शामिल करने की फ़िराक में लगा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार पाक चीन के साथ साउथ एशियन इकोनॉमिक अलायंस बनाना चाहता है। इसके लिए पाकिस्तान ने खाका बनाना भी शुरू कर दिया है। इस बात का खुलासा पाकिस्तान के न्यूज़ पेपर डॉन ने अपनी एक रिपोर्ट के ज़रिए किया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार सार्क के सदस्य आठ देशों में अफगानिस्तान और बांग्लादेश के साथ भारत के मजबूत रिश्तें हैं। वहीं भूटान सभी तरफ से भारत से घिरा ऐसा देश है जो भारत का विरोध करने की स्थिति में नहीं है। डॉन ने अपनी रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के मालदीप , नेपाल और श्रीलंका से अच्छे रिश्तें हैं, लेकिन वे इतने बड़े नहीं हैं कि भारत का विरोध कर सकें। पाकिस्तान यह मानता है कि सार्क में भारत का हमेशा दबदबा रहा है और आगे भी रहेगा। इसीलिए पाकिस्तान ग्रेटर साउथ एशिया के बारे में सोच रहा है। पाक का मानना है कि ऐसा करने से भारत उस पर अपने फ़ैसले थोप नहीं पाएगा। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि सार्क के वर्तमान सदस्य पाक के इस फ़ैसले का समर्थन नहीं करेंगे।
डॉन के अनुसार बीते हफ़्ते न्यूयार्क में पाकिस्तान के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने अपने पांच दिनों के वांशिगटन दौरे के बीच यह विचार रखा था। मीडिया से बातचीत के दौरान सीनेटर मुशाहिद हुसैन ने कहा, एक ग्रेटर साउथ एशिया का उदय हो रहा है। इस ग्रेटर साउथ एशिया में चीन, ईरान और पड़ोसी मध्य एशियाई देश हैं। ग़ौरतलब है कि बीते महीने उरी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में होने वाली 19 वीं सार्क समिट में जाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद भारत के समर्थन में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और भूटान जैसे देशों ने भी इस सार्क सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया था।