बिहार के कद्दावर नेता और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव अब सीधे CBI के निशाने पर आ चुके हैं. शुक्रवार की सुबह लालू यादव के कई ठिकानों पर CBI ने छापेमारी की है. CBI ने लालू समेत उनके परिवार के कई अन्य लोगों के 12 ठिकानों पर छापेमारी की है. आपको बता दें कि इससे पहले भी 16 मई को इनकम टैक्स ने उनके परिवार के 22 ठिकानों की छापेमारी की थी.
परिवार के ठिकानों पर पहले ही छापेमारी हो गई थी
16 मई को लालू के पुरे परिवार के ठिकानों में से 22 छापे उक्त बेनामी संपत्ति के मामले में मारे गये थे. तथा इनकम टैक्स ने दिल्ली, गुड़गांव के इलाकों में छापेमारी की, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि इस दौरान लगभग 1000 करोड़ की संपत्ति पर छापेमारी की गई है. इस छापेमारी में कटियार फैमिली, कोचर फैमिली और सांसद प्रेमचंद गुप्ता के बेटों के यहां इनकम टैक्स की छापेमारी की गई थी.
सांसद बेटी-दामाद, व अन्य पुत्र-पुत्रियों के ठिकाने पहले ही खंगाले जा चुके
लालू यादव के बेनामी संपत्ति को लेकर आयकर विभाग ने जो छापेमारी की थी, उसमें लालू यादव की बेटी-दामाद के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी. इसके अलावा लालू के सहयोगी पीसी गुप्ता के संबंधियों के यहां भी छापेमारी हुई है. दिल्ली-NCR-गुरूग्राम में कुल 22 ठिकानों में छापेमारी अनेक कंपनियों और अन्य लोगों के यहां भी छापेमारी लालू की बेटी ने जिस पैसे से फार्म हाऊस खरीदा वो पैसा दिल्ली के दो एंट्री ऑपरेटरों की कंपनी से आया था एस.के. जैन और वी.के. जैन नाम के एंट्री आपरेटर दोनों को ED गिरफ्तार कर चुका है.
अब बिहार की नितीश सरकार का क्या होगा?
2006 में रेलवे का होटल निजी कंपनी को देने के मामले में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुसीबत बढ़ गई हैं. CBI ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी यादव, बेटे समेत कई अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है. इसके अलावा जांच एजेंसी ने दिल्ली, पटना, रांची, पुरी और गुरुग्राम समेत 12 ठिकानों पर छापेमारी की है. इस आज की छापेमारी के बाद पटना का भविष्य अनिश्चित सा लग रहा है, क्योंकि बिहार सर्कार में लालू की अहम हिस्सेदारी के चलते साफ-सुथरी छवि वाले सीएम नितीश कुमार के सामने कई प्रश्न खड़े हो जाएंगे. बहरहाल ये अभी छापेमारी है, कोई निष्कर्ष नहीं, इसलिए पुरे घटनाक्रम पर कोई बड़ा फैसला लेने में नितीश अभी इतनी जल्दी नहीं दिखाएंगे ऐसा अनुमान है.
लालू के साथ 2 कंपनियों पर भी छापेमारी
लालू, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेज प्रताप के अलावा 2 कपंनियों के डायरेक्टरों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. लालू पर आरोप है कि रेलमंत्री रहने के दौरान उन्होंने रांची और पुरी समेत अन्य रेलवे होटलों के विकास और मरम्मत का ठेका निजी कंपनियों को दिया था. बतौर रेल मंत्री RJD नेता लालू ने सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को ठेका दिया था. रांची और पुरी स्थित 2 BNR होटलों के रखरखाव, निर्माण और देखभाल का जिम्मा सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था.
CBI ने जिन 2 कंपनियों पर छापे मारे हैं, इनमें डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, जोकि अब लारा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड हो गई है और सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी हुई है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव और IRCTC के तत्कालीन एमडी पी.के. गोयल और सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के 2 डायरेक्टरों विनय कोचर और विजय कोचर के साथ सरला गुप्ता के यहां छापेमारी की है.