मौसूल में अब भी खतरे में हैं एक लाख बच्चे: रिपार्ट
आतंकियों का खौफ केवल लोगों में ही नहीं बल्कि वहां रहने वाले पाकिस्तानी देशों में बच्चों में भी है। जी हां, वहां के बच्चे आतंकियों की कैद में है और करीब एक लाख बच्चों का जीवन अभी भी खतरे में है। यह बात हम नहीं बल्कि यूनीसेफ की जारी हुई एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा है कि आईएस के कब्जे वाले उत्तरी इराक के मौसूल शहर में एक लाख से ज्यादा बच्चों की स्थिति काफी गंभीर है। वे खतरनाक परिस्थितियों से गुजर रहे हैं।
यूनीसेफ ने अपने एक बयान में कहा है कि आईएस इन फंसे हुए बच्चों को लड़ाई के समय मानव ढाल बनाकर इस्तेमाल करता है । इतनी ही नहीं, स्थिति इतनी गंभीर है कि इन बच्चों को लड़ाई में हिस्सा लेने के लिए भी मजबूर किया जा रहा है।
अपने फायदे के लिए आतंकी कर रहे बच्चों का इस्तेमाल-
यूनीसेफ की रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे चिंता और शर्म की बात ये है कि यहां नागरिकों के साथ आतंकियों द्वारा बच्चों को भी मारा जाता है। अपने फायदे के लिए उनका इस्तेमाल किया जाता है। आतंकियों की ऐसी शर्मनाक हरकतों से परेशान होकर सात लाख लोग यानि मौसूल का लगभग एक तिहाई हिस्सा पहले ही वहां से भाग चुका है।
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