सड़क से लेकर संसद तक विपक्ष ने बोला पीएम मोदी पर हमला
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बुधवार यानी कि आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है। इस सत्र में नोटबंदी के फ़ैसले को लेकर विपक्ष ने जमकर मोदी सरकार की आलोचना की है। सड़क से लेकर संसद तक विपक्ष ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। राज्यसभा में विपक्ष के नेता आनन्द शर्मा ने पीएम नरेन्द्र मोदी से पूछा कि संविधान में उनको ये अधिकार किसने दिया है कि वो लोगों के पैसा निकालने के पर पाबंदी लगा सकें।
मोदी सरकार पर तंज कसते हुए शर्मा ने कहा कि नोटबंदी के इस फै़सले से देश में कैश का संकट खड़ा हो गया है। खासकर छोटे दुकानदार, किसान और मजदूरों के लिए संकट बहुत बड़ा है। शर्मा ने आगे कहा कि किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता है। सरकार ने सभी को अपराधी बना दिया। भारत को कालाबाजारियों का देश बना दिया गया है।
येचुरी ने राज्यसभा में दिखाया 2000 का नोट
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने राज्यसभा में 2000 का नया नोट दिखाया और कहा कि इस नोट को कोई नहीं ले रहा है। येचुरी के साथ ही रामगोपाल यादव भी नोटबंदी के फ़ैसले के लिए मोदी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि, इसमें बड़ा घपला है। कोई भी अमीर लाइन में नहीं दिख रहा है। छोटे शहरों में कोई भी 2000 का नोट नहीं ले रहा है। ऐसा तो आपातकाल के दौरान भी नहीं हुआ, आम आदमी भिखारी बन गया है।
शिवसेना के साथ ममता ने सड़क पर मोदी के ख़िलाफ खोला मोर्चा
नोटबंदी के फै़सले के ख़िलाफ़ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन तक मार्च किया। ममता की इस रैली में शिवसेना की अहम भागीदारी दिखाई दी। शिवसेना के साथ ही तृणमूल कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता भी ममता की रैली में शामिल हुए। इन सभी दलों का मकसद राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को नोटबंदी के फ़ैसले के संबंध में ज्ञापन सौंपना था।
मोदी सरकार पर मायावती का वार
बसपा प्रमुख मायावती ने मोदी सरकार के इस फ़ैसले के लिए जेपीसी से जांच की मांग की। मायावती का कहना है कि मोदी सरकार ने बिना तैयारी के इतना बड़ा फ़ैसला किया है। मायावती ने कहा कि, नोटबंदी के फ़ैसले से गरीबों को बहुत परेशानी हो रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने नोटबंदी के फ़ैसले के पीछे मोदी सरकार पर घोटाले का गंभीर आरोप लगा दिया।
मोदी सरकार पर हमला बोलने के मामले में जेडीयू नेता शरद यादव भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि 50 दिन में हालत सुधर जाएंगे। लेकिन गरीब के पास खाने को पैसे नहीं है गरीब का पेट 50 दिन तक इंतजार नहीं करेगा। शरद यादव ने कहा कि गांवों की एक बड़ी आबादी बैंकों से आज भी दूर है और उसके पास एटीएम नहीं है। उसका सारा कामकाज कैश पर चलता था लेकिन सरकार के इस फैसले ने सबको मुश्किल में ला दिया है। शरद यादव ने कहा कि कैश की ब्लैकमार्केंटिंग हो रही है। शरद ने आगे कहा कि 1000 के नोट 700 में बिक रहे हैं।
माल्या के नाम पर गूंजा विपक्ष
नोटबंदी का विरोध करते हुए आप के सांसद भगवत मान ने कहा कि, मोदी जी को विजय माल्या को देश वापस लेकर आना चाहिए। जनता का पैसा तो उन्होंने लूटा है। उन्होंने कहा कि माल्या विदेश में हैं और गरीब लाईनों में लगे हैं। बता दें कि सेशन से पहले ही पीएम मोदी ने बता दिया था कि इस बार सत्र में अच्छी चर्चा होगी। इसके साथ ही मोदी ने कहा था कि हम हर तरह की चर्चा के लिए तैयार हैं। सबके साथ रहने से अच्छा काम होता है। खुलकर चर्चा हो इसके लिए भी हम तैयार हैं। जनता की उम्मीदों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सत्र का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में जीएसटी जैसा अहम बिल पास हुआ। जीएसटी पास होने को पीएम मोदी ने बड़ा कदम बताया।
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