पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने पाकिस्तान में मिल्ली मुस्लिम लीग के संस्थापक और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। इस रोक के साथ आतंकी हाफिज सईद का आतंकी चेहरे को छुपा कर नेता का मुखौटा पहनने का सपना धरा रह गया।
अंतरराष्ट्रीय स्टार से लगातार पाकिस्तान की जमीन पर आतंकी संगठनों को पनाह देने के आरोप लग रहे हैं और अतंरराष्ट्रीय संगठनों के बढ़ रहे दवाबों के बाद पाकिस्तान सरकार भी आतंकी संगठनों को काबू में करने के लिए मजबूर हो गई है, तो इसी के चलते आतंकी संगठन अपना रूप बदलने की कोशिश कर रहे हैं। ये आतंकी संगठन खुद को राजनीतिक पार्टी में तब्दील कर रहे हैं।
गौरतलब है कि भारतीय इंटेलीजेंस एजेंसी ने सावधान करते हुए कहा कि जमात-उद-दावा को अमेरिका द्वारा इंटरनेशनल आतंकी संगठन घोषित किए जाने के बाद चीफ हाफिज सईद ने एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया है। वहीं, फजलुर रहमान खलिल ने भी ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित होने के बाद एक राजनीतिक संगठन का गठन कर लिया। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक सुरक्षा सूत्रों के हवाले से खबर दी गई है कि खलिल ने अपनी पार्टी का इस्लाह-ए-वतन नाम से गठन किया है।