महंगाई और कश्मीर पर बोले मोदी, 15 अगस्त पर दी सबसे लम्बी स्पीच
15 अगस्त के दिन होने वाली परेड और स्पीच पर पूरे भारत की नज़र टिकी होती है और अगर सामने मोदी जैसे वक्ता हो तो फिर रोमांच तो बनता ही है। सबकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को इस तरह से संबोधित किया की तालीयों कि आवाज से पूरी दिल्ली गूंज उठी। भाषण देते हुए मोदी इतना बोल गये कि उन्हे वक्त का ठिकाना ही न रहा। देश के पहले प्रधानमंत्री प. नेहरू को तो मोदी पहले ही पीछे छोड़ चुके थे मगर इस बार उन्होने अपना ही पुराना रिकॉर्ड 86 मिनट को तोड़ कर 94 मिनट तक लगातार भाषण दिया। उनके इस भाषण की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। इस बार वे पाकिस्तान पर भी खुल कर बोले। जानिए और क्या-क्या कहा मोदी ने-
महंगाई दर पर किया कंट्रोल
मोदी ने कहा की पिछली सरकार में महंगाई दस फीसदी से ऊपर चली गई थी, लेकिन हमने इसे छह फीसदी से ऊपर नहीं जाने दिया। मोदी सरकार ने महंगाई को चार फीसदी तक काबू में रखने के लिए रिजर्व बैंक से समझौता किया है। उन्होंने कहा कि दो साल सूखे, दलहन उत्पादन की कमी के बाद अगर पिछली सरकार की तरह महंगाई की रफ्तार बढ़ी होती तो न जाने मेरे देश के गरीबों का क्या होता।
सरकार उठाएगी गरीबों के इलाज का खर्च
प्रधानमंत्री ने ऐलान किया कि सरकार गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों के इलाज का एक साल में एक लाख रुपये तक का खर्च उठाएगी। उन्होंने कहा कि किसी गरीब परिवार का कोई सदस्य जब बीमार पड़ता है तो उस घर की पूरी अर्थव्यवस्था हिल जाती है। बेटियों की शादी और बच्चों की पढ़ाई रुक जाती है और कई बार तो भोजन भी उपलब्ध नहीं होता। लिहाजा सरकार यह जिम्मेदारी लेगी कि गरीबों के सपने नहीं टूटें।
प्रधानमंत्री ने कही ये खास बातें-
1. अपनी सरकार के कामकाज का ब्यौरा अगर देने लगा तो एक हफ्ते लाल किले से लगातार बोलता रहूंगा।
2. पासपोर्ट के लिए पहले सालभर में 50 हजार अर्जियां आती थीं। सिफारिश न हो तो 4-6 महीने जांच-पड़ताल में चले जाते थे। अब हफ्ते-दो हफ्ते में लोगों को पासपोर्ट मिल जाता है। हमने एक साल में पौने दो करोड़ पासपोर्ट दिए हैं।
3. एम्स में लोगों को नंबर लगाने में दो-दो दिन बिताने पड़ते थे, तब तय होता था कि उनकी जांच कब होगी। देश के 40 से अधिक अस्पतालों में आज हमने इंटरनेट से रजिस्ट्रेशन करने कि शुरूआत की। अब सारी चीजें ऑनलाइन होती हैं।
4. पहले एक मिनट में सिर्फ 2000 रेल टिकट निकल पाते थे। आज एक मिनट में 15 हजार रेल टिकट मिलना संभव हो गया है।
5. पहले की सरकार आरोपों से घिरी रहती थी, लेकिन हमारी सरकार उम्मीदों से घिरी सरकार है। जब नीति स्पष्ट हो और साफ हो तो निर्णय करने का जज्बा भी कुछ और होता है।
6. गुरु गोविंद सिंह ने कहा था कि जिस हाथ में काम करते-करते गांठें न पड़ गई हों, उस हाथ को मैं पवित्र नहीं मानता। इस हिसाब से किसान भाइयों का हाथ सबसे पवित्र है।
7. स्वराज का मतलब लोगों के जीवन में बदलाव लाना है, सिर्फ नीति नहीं, नीयत की बात भी करूंगा। इसके लिए बलिदान चाहिए होंगे।
8. जब समाज बंटता है तो साम्राज्य बंटता है। जब समाज छुआछूत और ऊंची और नीची जातियों में बंट जाता है तो ऐसा समाज नहीं चल सकता।
9. भारत एक पुरातन राष्ट्र है, वेद से विवेकानंद तक, सुदर्शनधारी मोहन से लेकर चरखाधारी मोहन तक, महाभारत के भीम से लेकर भीमराव तक हमारी एक लंबी विरासत है।
10. होता है, चलता है, की मनोवृत्ति और निराशा हमारी सोच का हिस्सा बन चुकी थी। पर अब नहीं होगा, अब नही चलेगा, अब वही होगा जो होना चाहिए।
दिया हाथरस का उदाहरण
प्रधानमंत्री ने कहा कि नगला फटेला, दिल्ली से महज तीन घंटे की दूरी पर हाथरस का एक गांव है, जहां कभी बिजली नहीं पहुंची। लेकिन उनकी सरकार ने यह महत्वपूर्ण काम पूरा किया।
पाकिस्तान पर जम कर गरजे मोदी
मोदी ने ’पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर’ की ’आजादी’ का खुले तौर पर समर्थन किया। मोदी ने कहा ‘’दुनिया देख रही है। पिछले कुछ दिनों में बलूचिस्तान व पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों ने मेरा आभार जताया है, मैं उनका शुक्रगुजार हूं।’’ मोदी ने आतंकवाद के समर्थन के लिए पाकिस्तान को सोमवार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पाकिस्तान के पेशावर में जब स्कूल पर आतंकवादी हमला हुआ था, तब भारतीयों ने बेहद दुख जताया लेकिन पाकिस्तान उसकी उलटी प्रतिक्रिया दे रहा है। उन्होंने कहा ‘’यह भारत का स्वभाव है लेकिन दूसरी ओर उन्हें देखिए, जो आतंकवाद का महिमामंडन करने में लगे हैं। ये किस तरह के लोग हैं, जो आतंकवाद का महिमामंडन करते हैं? ये किस तरह के लोग हैं, जो लोगों के मारे जाने पर खुशियां मनाते हैं?’
विदेश नीति में बदलाव से बचाए करोड़ों रूपए
उन्होने कहा ‘‘हमारी सरकार ने कतर के साथ हुए गैस समझौता में दाम रिनेगोशिएट किया जिस वजह से सरकारी खजाने के 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा फिज़ूल खर्च होने से बच गए। चाबहार का पोर्ट मध्य एशिया के साथ हमें जोड़ने की अहम कड़ी है जिसे ईरान-अफगानिस्तान-हिंदुस्तान मिलकर विकसित करेंगे।