फास्ट फूड सिर्फ मोटापा नहीं बढ़ाता बल्कि इससे संक्रमण भी होता है। फ़ास्ट फ़ूड से फ़ैलाने वाले संक्रमण के चलते हाल ही में मैक्सिको में एक बहुत ही लोकप्रिय फास्ट फूड शृंखला की स्टर्लिंग (वर्जीनिया) की फ्रेंचाइजी बंद करने की नौबत आ गई और यह इसलिए हुआ क्योंकि उस रेस्टोरेंट के खाने में नोरोवायरस के संक्रमण की शिकायत सामने आई। इस घटना के बाद विशेषज्ञों ने फ़ास्ट फ़ूड को लेकर आगाह किया है ओए कहा कि अगर आपको फास्ट फूड बहुत पसंद है और इसे खाए बिना आप नहीं रह सकते तो फिर कुछ सावधानियां रखनी भी जरुरी हैं, नहीं तो फ़ास्ट फ़ूड आपने जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है :
कच्ची सब्जियां, और आधे पके हुए खाने से दूरी बनाएं:-
कई लोग सोचते हैं कि बर्गर की बजाय सलाद या सब्जियों वाला बर्गर ले लेने से फास्ट फूड से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। लेकिन रेस्टोरेंट में मिलने वाले ऐसे उत्पादों से किसी हानिकारक जीवाणु का संक्रमण हो सकता है। रेस्टोरेंट्स में सब्जियां और सलाद पहले से ही काट कर रखे जाते हैं और पूरा पूरा दिन कटे हुए फल और सब्जीयों में संक्रमण पैदा हो जाता है और ख़ास कर बारिश के मौसम में बहुत ज्यादा संक्रमण फैलता है। रेस्टोरेंट्स में फैंसी फ़ूड के रूप में मिलने वाला आधा पका हुआ खाना भी बहुत नुकसानदायक होता है क्योंकि इसे पूरी तरह से ना पकाए जाने पर इसके वैक्टीरिया नहीं जाते और फिर बहुत समय तक रखे रहने की वजह से एक्टिव हो जाते हैं जो बॉडी में जा कर अलग अलग तरह से संक्रमण फैलाते हैं। इसलिए कच्ची सब्जियों वाले सलाद या अधपके खाद्य न लें। जो भी चीज से गर्मागर्म लें।
खाने को बनता हुआ देखें:-
जहां से भी आप फास्ट फूड लें, वहां उसके बनने के तरीके को जरुर देखें। जांचने और परखने के बाद आप जान सकेंगे कि आप जो चीज खाने वाले हैं उसको बनाने में क्लीनलीनेस की जरुरी बातों को ध्यानमें रखा गया है या नहीं।उदहारण के लिए खाना तैयार करने वाले ने दस्ताने पहन रखे थे या नहीं, आस पास साफ़ सफाई है या नहीं, जो सामान वो यूज़ कर रहा है वो ताज़ा है या नहीं। इन सावधानियों को ध्यान में रख कर कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
बाहर खाने जा रहे हैं तो जगह का चुनाव सही करें:-
किसी भी तरह का खाद्य लेने के सिलसिले में जगह का चुनाव अहम है। अर्थात यह तय करें कि आप जिस जगह से खाद्य साम्रगी ले रहे हैं वह साफ-सुथरी होनी चाहिए। इसके बावजूद अगर कोई कमजोरी महसूस कर रहा है या बीमार पड़ता है तो उसको डॉक्टर से तुरंत दिखाना चाहिए।
हेपेटाइटिस का टीका लें:-
किडनी को प्रभावितत करने वाला हेपेटाइटिस ए वायरस खाद्य और पानी के जरिये फैलता है। अब बच्चे को बचपन में कई टीके लगाए जाते हैं। लेकिन 14-15 की उम्र के बाद अमूमन ऐसा नहीं होता। ऐसे में आपका खाद्य बनाने वाले से या सीधे खाद्य से हेपेटाइटिस ए के पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है
नोरोवायरस क्या है?
यह बेहद संक्रामक वायरसों के समूह का सामूहिक नाम है इस संक्रमण में मितली, उल्टी व दस्त होना सामान्य लक्षण हैं। इस वायरस को ठंड के दिनों में फैलने वाला वायरस माना जाता रहा है पर अक्तूबर से मार्च के दौरान भी इसका प्रसार देखा गया है जो काफी घटक रहा है। इसका संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है।
किसी संक्रमण का प्रकोप हमेशा रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछेक सामान्य उपायों से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका भोजन सबसे सुरक्षित तरीके से तैयार किया गया है।