इस देश में नाबालिग लड़कियों को देना होगा ‘वर्जिनिटी टेस्ट’
‘ओय तेरी गर्लफ्रेंड वर्जिन हैं या नहीं?’ ऐसा सवाल आपसे भी आपके दोस्तों ने पूछा होगा। हमेशा क्यों लड़कियों की ही वर्जिनिटी पर सवाल उठाए जाते हैं क्यों लड़कों का वर्जिन होना मैटर नहीं करता। ऐसे सवाल हर किसी के दिमाग में घूमते रहते हैं। कई देशों में तो माना जाता है कि अगर लड़की वर्जिन नहीं है तो वो बदचलन है।
अरे भई वर्जिन हो या न हो लड़की तो लड़की ही है न फिर क्यों उसकी वर्जिनिटी मैटर करती है। इस सवाल का जवाब सभी जानते है फिर भी लड़कियों की वर्जिनिटी पर सवाल उठते ही रहते है। अब रूस को ही देश लो। अभी-अभी एक नया निर्देश आया है कि वहां के डॉक्टरों को नाबालिग लड़कियों की वर्जिनिटी चेक करना है।
अब इस निर्देश को सुनकर आपको जैसा लग रहा होगा वैसा ही डिट्टो रूस के लोगों को भी लग रहा होगा लेकिन रूस तो रूस है। वहां के शासक पुतिन है और रूस सबसे ताकतवर देशों की श्रेणी में गिना जाता है, तो हो सकता है विरोध के स्वर को दबा भी दिया जाए लेकिन फिर भी लोग विरोध तो कर ही रहे हैं।
रूस के डॉक्टरों को कथित तौर पर यह निर्देश दिए गए हैं कि नाबालिग लड़कियों का वर्जिनिटी टेस्ट किया जाए। रूस की इनवेस्टिगेटिव कमिटी ने सभी मेडिकल प्रफेशनल्स को यह कहा है कि वे 16 साल से कम उम्र की लड़कियों की यौन गतिविधियों को लेकर प्रमाण इकट्ठे करें।
’द इंडिपेंडेंट’ की खबर के मुताबिक इस आदेश ने जनता को नाराज कर दिया है। डॉक्टरों से लेकर राजनेता भी इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि इससे घबराकर अब किशोरियां जरूरत के समय भी डॉक्टर से संपर्क नहीं करेंगी। हालांकि रूस के स्वास्थ्य मंत्री ने साफ कर दिया है कि डॉक्टर्स को इस आदेश का पालन करना होगा।
रूस के स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टर्स को निर्देश दिए है कि उन्हें पुलिस को 16 साल की सभी लड़कियों के वर्जिनिटी जाने, प्रेग्नेंसी, अबॉर्शन से जुड़ी जानकारी देनी होगी। इस ऑर्डर के मुताबिक डॉक्टर्स को लड़कियों के हाइमन की जांच करनी है। बता दें कि कुछ महीने पहले ही रूस ने घरेलू हिंसा को आंशिक तौर पर आपराधिक श्रेणी से हटा दिया था, जिसके बाद दुनियाभर में इसकी आलोचना हुई थी।
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