बिहार की राजनीति ने पिछले कुछ ही दिनों में एक बड़ा रूख ले लिया है। लालू और नीतिश के बीच जो हुआ वो जगजाहिर है। लालू यादव और उनके बेटे पर लगे आरोप और राजनीति से उनका प्रस्थान सभी ने देखा। हाल ही में नीतीश फिर से मुख्यमंत्री बने। विश्वासमत में भी उन्हें जीत हासिल हुई।
लालू और नीतीश के बीच का विवाद कोई आज की कहानी नहीं है ये 11 साल पुराना विवाद है। सीबीआई ने 5 जुलाई को लालू, राबड़ी और तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। 7 जुलाई को सुबह सीबीआई ने लालू से जुड़े 12 ठिकानों पर छापे मारे। जांच एजेंसी के मुताबिक 2006 में जब लालू रेलमंत्री थे, तब रांची और पुरी में होटलों के टेंडर जारी करने में गड़बड़ी की गई।
लालू के इस हाल का कारण जो भी हो लेकिन हाल ही में इंटरनेट पर एक सनसनी छाई हुई है और वो है शबनम मौसी। जी हां ये देश की पहली किन्नर एमएलए हैं। इनका कहना है कि लालू की बर्बादी का कारण उनकी बद्दुआ है। दरअसल एक चुनाव में हार के बाद लालू यादव ने शबनम मौसी का मजाक उड़ाया था जिसके बाद उन्होंने लालू को बर्बादी की बददुआ दी था।
लालू ने किया था झूठा वादा
शबनम मौसी ने फरवरी 1998 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर एमपी के सोहागपुर से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्होंने 18 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी। दरअसल शबनम ने बताया कि साल 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आरजेडी की टिकट पर कोटमा से चुनाव लड़ा था। एक इंटरव्यू में शबनम ने बताया कि इस दौरान लालू ने उन्हें आर्थिक मदद देने की बात कही थी साथ ही, लालू ने उनके लिए चुनाव प्रचार की भी बात कही थी।
वादे से मुकर गए थे लालू
लेकिन लालू ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया और शबनम इस चुनाव में बुरी तरह हार गईं. उन्हें केवल 650 वोट मिले थे। शबनम के मुताबिक, लालू अगर अपने किए हुए वादे को पूरा करते तो वो कोटमा सीट से चुनाव जीत जाती। उन्होंने कहा कि कोटमा विधानसभा एरिया में कोयला खदानों में काम करने वालों में यूपी और बिहार के लोगों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में अगर लालू यादव उनके लिए चुनाव प्रचार करते तो निश्चित तौर पर वे दोबारा एमएलए बन जाती।
लालू ने उड़ाया था हार का मजाक
यही नहीं शबनम के मुताबिक, हार के बाद वो लालू से मिलने दिल्ली पहुंची थी जहां लालू ने उनकी चुनावी हार का मजाक उड़ाया था।उन्होंने बताया कि दिल्ली में जब वे लालू से मिली तो लालू ने अपने समर्थकों से उन्हें किराया और भाड़ा के लिए 10 हजार रुपए देने को कहा था. ये बात शबनम को बुरी लगी थी जिसके बाद उन्होंने लालू और उनके परिवार को बर्बादी की बददुआ दी थी। शबनम फिल्म इंडस्ट्री से भी जुड़ चुकी हैं। उन्होंने अमर अकबर एंथोनी, जनता का हवलदार, कुंवारा बाप जैसी फिल्मों में काम किया।
शबनम को आदिवासियों ने पाला था। बचपन में उनका नाम चंद्र प्रकाश था। आठवीं तक पढ़ाई के बाद शबनम काम की तलाश में मुंबई पहुंची.साल 2005 में शबनम की लाइफ पर उनके नाम से फिल्म ’शबनम मौसी’ बन चुकी है। फिल्म में आशुतोष राणा ने उनका कैरेक्टर प्ले किया था।