हाल ही में शहीद के पिता की एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। जिसमें एक पिता ने बेटे के साथ हुए हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है। दरअसल, अरूणाचल प्रदेश में 23 मई को सुखोई -30 लड़ाकू विमान के दुघर्टनाग्रस्त होने पर जान गंवाने वाले दो पायलटों में फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस अचुदेव के परिवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। अचुदेव के पिता सहदेवन वीपी ने बेटे के साथ हुए हादसे की सीबीआई जांच , आईबी या एनआईए जांच कराने की मांग की है, ताकि दुघर्टना के रहस्य के पीछे का खुलासा हो सके।
उन्होंने अत्तीनंगल सांसद डॉ.ए संपत को भेजे पत्र में कहा है कि हमें बहुत गर्व है कि उन्होंने हमसे दूर रहकर भी वायुसनेा की सेवा की है। वह मेरे परिवार की सबसे बड़ी संपत्ति थे। अचुदेव की मां अभी भी उसकी वापसी का इंतजार कर रही है। ऐसे में हम चाहते हैं कि बेटे का पता लगाने की हर संभव कोशिश जल्द से जल्द शुरू की जाए। इसी तरह का पत्र वायुसेना और रक्षा मंत्रालय को भी भेजा गया है।
सहदेवन ने संपत से कहा था कि वायुसेना ने एक सांकेतिक ताबूत भेजा है, जिसमें उनके बेटे का कोई अवशेष नहीं है। हालंाकि दुघर्टनास्थल से उनके बेटे का जला हुआ पर्स का एक टुकड़ा , दूसरे पायलट का एक जूता और दस्ताना मिला है। उन्होंने कहा कि पुलिस में अब तक कोईमामला दर्ज नहीं हुआ है।
बता दें कि अचुदेव 23 मई को स्क्वाड्रन लीडर पंकज के साथ उस वक्त लापता हो गया जब वह तेजपुर वायुसेना स्टेशन पर रैगुलर ड्यूटी पर था। इसरो के पूर्व वैज्ञानिक सहदेवन ने कहा है कि हमें अभी भी पूरा यकीन है कि वो अभी भी लापता है। यदि फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद हो गया है तो नियंत्रण या कमांउिंग केंद्र या पायलट के बीच आखिरी बातचीत का ब्यौरा दिया जाए। बता दें कि ये लड़ाकू विमान 23 मई को डोलसांग इलाके में एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान लापता हो गया था।