पाकिस्तान और आतंकवाद पर बोली सुषमा स्वराज
इस बार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर मीडिया से काफी मुद्दे जाहिर किए है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मीडिया कान्फ्रेंस को संबोधित किया। इस कॉन्फ्रेंस में उन्होने पाकिस्तान के संबंधों पर कहा कि आतंक और बातचीत दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि हम हर मुद्दे पर द्विपक्षीय बात को राजी, लेकिन पहले दहशतगर्दी बंद करनी होगी।
भारत नहीं करेगा किसी का विरोध
सुषमा ने अपनी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन एनएसजी की सदस्यता को लेकर भारत का विरोध नहीं कर रहा, यह सिर्फ प्रक्रिया के मानदंडों की बात कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान की एनएसजी सदस्यता पर कहा कि भारत किसी भी देश के प्रवेश का विरोध नहीं करेगा। हम मेरिट के आधार पर पाकिस्तान समेत किसी भी देश के एनएसजी में प्रवेश के खिलाफ नहीं हैं। सुषमा ने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि भारत इस साल के अंत तक एनएसजी का मेंबर बन जाए।
पाकिस्तान के साथ संबंधों पर विदेश मंत्री ने कहा कि हम पठानकोट पर पाक की तरफ से ठोस कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। पाकिस्तान ने एनआईए के दौरे का प्रस्ताव खारिज नहीं किया है, कुछ और समय मांगा है। भारत-पाक के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन ये बात सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच ही होगी। कोई तीसरा पक्ष नहीं होगा।
2 साल में आई 55 अरब डॉलर FDI
विदेश मंत्री ने कहा कि हमने राज्य सरकारों और कैबिनेट मंत्रियों के सहारे दुनिया के करीब सभी देशों तक पहुंचने की कोशिश की है। हम घर बैठकर एफडीआई नहीं ला सकते। इस साल हमने 140 देशों से संपर्क किया. 65 और देशों से संपर्क करेंगे। विदेश मंत्रालय की उपलब्धि की बात करूं तो दो सालों में 55 अरब डॉलर की एफडीआई आई है।