29वें नेशनल स्ट्रट थिएटर डे पर हुए ऐसे नाटक, जिसने विचारों को झकझोर दिया
उन्होंने पूरे स्थान की तलाशी ले डाली, कुर्सियों के नीचे, झंडे के इर्द-गिर्द, पेड़ के नीचे सब तरफ तलाश लिया और कहा कि इससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होती है। लेकिन वे आखिर देख क्या रहे थे। वह चीज है देशभक्ति। इसका जवा नुक्कड़ नाटक द ट्रंप कार्ड में छिपा है। इस नाटक का मंचन 29वें नेशनल स्ट्रीट थिएटर डे के मौके पर हुआ।
खालसा कॉलेज के थिएटर ग्रुप “अंकुर” ने इसकी प्रस्तुति दी थी। इसमें आज के भारतीय समाज में देशभक्त होने का महत्व को दर्शाया गया है। सफदरहाश्मी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस समारोह में रंगमंच समूह बिकुल ने हवालात की प्रस्तुति दी। इसी में किरोड़ीमल कॉलेज थिएटर सोसायटी दी प्लेयर्स ने एक और दुर्घटना का हवाला दिया। सोहेल हाश्मी ने कहा कि आजकल तो स्कूल और कॉलेजों में नाटकों का मंचन करना भी राष्ट्र विरोधी मान लिया गया है। इन दो नाटकों को भी कॉलेज फेस्ट में मंचन की अनुमति नहीं दी गई। आपको बता दें कि सफदर हाश्मी के जन्मदिवस को नेशनल स्ट्रीट थिएटर डे के यप में मनाया जाता है।
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