SC का फैसला, फिर से कांग्रेस बना सकेगी अरूणाचल प्रदेश में सरकार
अरूणाचल प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद कांग्रेसी नेताओं के चेहरे पर खुशी दिखी हैं। उन्होने सुप्रीम कोर्ट के फैसलें का स्वागत किया हैं। कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि ‘‘सत्य परेशान हो सकता है लेकिन परास्त नहीं हो सकता’’ ये बात मोदी सरकार को समझ लेनी चाहिए। इस फैसले का सोनिया गांधी ने खुशी-खुशी स्वागत किया है और कहा है कि जिन लोगों ने देश के संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों के कुचलने की कोशिश की, उनकी आज हार हुई है।
सिब्बल ने राज्यपाल को लिया आड़े हाथ
इस मामलें को लेकर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने काफी आक्रोश दिखाया है उन्होने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राज्यपाल को आड़े हाथ लिया हैं उन्होंने कहा कि राज्यपाल को किसी भी तरह से सत्र पहले बुलाने का अधिकार नहीं है। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल हमेशा के लिए छुट्टी पर चले जाएं। सिब्बल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश मामले में शामिल केंद्रीय मंत्रियों को सामने आकर सफाई देनी चाहिए। सरकार गिराने के लिए एक बिजनसमैन से हाथ मिलाया गया था। बिजनसमैन से बातचीत के टेप मामले की जांच की जानी चाहिए।
सिब्बल ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि आज का दिन इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा. अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस शासन बहाल फिर से बहाल करना सचमुच में ऐतिहासिक फैसला है. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका ही संविधान की रक्षा कर सकती है. उम्मीद है कि भाजपा ने अब सबक सीख लिया होगा.
सीएम ने भी किया फैसलें का स्वागत
अरूणाचल प्रदेश के सीएम नबाम तुकी ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसलें का स्वागत किया हैं। उन्होने कहा है कि कोर्ट के इस फैसलें से राज्य में फिर से कांग्रेस का रास्ता साफ हो गया है। अभी राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में मौजूद तुकी ने फोन पर पीटीआई भाषा को बताया कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. तुकी ने कहा, ‘‘मुझे न्यायपालिका में पूरा भरोसा है और मैं कानूनी प्रावधानों के अनुरुप काम करुंगा.’ उन्होंने साथ ही कहा कि न्यायालय के फैसले के अनुसार विधानसभा सत्र को पहले बुलाने के राज्यपाल के निर्णय को ‘‘असंवैधानिक’ बताते हुए खारिज कर दिया गया और उनकी सरकार की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
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