हनुमानजी को हम बलशाली और शक्ति का स्त्रोत मानते हैं। उनके नाम को लेते ही शरीर में एक नई स्फूर्ति और ताजगी आ जाती है। हनुमान जी अकेले ऐसे देव हैं जो त्रिदेव और त्रिदेवियों में लगभग सभी के प्रिय हैं। सभी देवगण और नवग्रहों का भी इन्हें आशीर्वाद प्राप्त है। इसलिए हनुमान जी के भक्त लगभग हर संकट से मुक्त रहते हैं। बाधा-विघ्न मुक्ति और धन प्राप्ति के उपायों में भी हनुमान चालीसा की कुछ चौपाइयां चमत्कारी हैं। आइए जानते हैं कौन सी हैं ये चौपाइयां और कैसे करें उपाय।
“भूत पिशाच निकट नहीं आवै”
“भूत पिशाच निकट नहीं आवै महावीर जब नाम सुनावै” प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व तथा सांयकाल सूर्यास्त के पश्चात इस चौपाई 108 बार जाप करें। यह आपको हर प्रकार के भय से मुक्त कर आपमें आत्मविश्वास भरता है जिससे आप जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने लगते हैं।
“नाशै रोग हरै सब पीड़ा”
“नाशै रोग हरै सब पीड़ा जपत निरंतर हनुमत बीड़ा” बड़ी या लंबी बीमारियों के लिए यह रामबाण उपाय है। इसके अलावा कार्यों में आ रही बेवजह की बाधाएं आनी भी रुक जाती हैं और आप आसानी से अपना हर कार्य पूरा करते हुए पढ़ाई, जॉब या बिजनेस में सफलता पाते हैं। धीरे-धीरे आपको आर्थिक संपंन्नता भी प्राप्त होती है।
“अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता”
“अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता अस बीर दीन जानकी माता” हनुमान चालीसा की यह वो चमत्कारी चौपाई है जो आपको परेशानियों से लड़ने की शक्ति देती है। ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के बाद आधे घंटे तक जाप करें। कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपका हर काम बिना किसी परेशानी के होने लगा है और जो रुक रहे रहे वो कार्य भी आसानी से पूरे हो गए हैं। धन प्राप्ति से लेकर जिस भी विशेष कामना के साथ आप इस चौपाई का जाप करेंगे वह तुरंत पूरा होगा।
“विद्या बाण गुणी अति चातुर”
“विद्या बाण गुणी अति चातुर राम काज करिबे को आतुर” बिना ज्ञान और बुद्धि के संसार में कुछ भी पाना संभव नहीं है। ऐसा व्यक्ति हमेशा ही गरीबी और उपेक्षा का शिकार होता है। विद्या बुद्धि प्राप्ति के लिए सुबह स्नान के बाद 108 बार इन चौपाइयों का जाप करें।
“भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंद्र के काज संवारे”
“भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंद्र के काज संवारे” इसका प्रतिदिन जाप करने से व्यक्ति के हर बिगड़े कार्य बन जाते हैं और किसी भी कार्य में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आती। व्यापार में बाधा हो या आर्थिक परेशानियां, प्रतिदिन प्रातः काल इसका 108 बार जाप करें।
कुछ विशेष उपाय
हनुमान जी अगर प्रसन्न हो जाएं तो व्यक्ति को किसी चीज की परेशानी और कमी नहीं होती। हनुमान चालीसा का पाठ करने के अलावा भगवान राम की भक्ति और वानरों को गुड़-चने खिलाना भी हनुमान जी को प्रसन्न करने के अचूक उपाय हैं। इसके अतिरिक्त अगर संभव हो, मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी का व्रत करें।