ये मसाले देते हैं स्वाद और सेहत दोनों
जब भी कभी स्वाद से जुडी कोई बात होती है तो हमारी जीभ ना केवल चटकारे लेने लगती है बल्कि हमारे दिमाग में रसोई की छवि भी उतर आती है जहाँ से हमे हर रोज़ जायकेदार भोजन मिला करता है. लेकिन जब भी सेहत से जुडी कोई जरुरत होती है तो आप को दवा और डॉक्टर जैसी तस्वीरें ही दिखाई देती है ना। सामान्य रूप से यही माना जाता है कि स्वाद का सम्बन्ध रसोई से और सेहत का सम्बन्ध दवाखाने से होता है। लेकिन ये जान कर आप चौंकिएगा नहीं, कि स्वाद से भरी उसी रसोई में आपकी सेहत भी छुपी है। जी हाँ ,जो मसाले आपके भोजन की रंगत और जायके में चार चाँद लगाते है ,वही मसाले आपकी सेहत को चुस्त दुरुस्त भी रख सकते है। तो चलिए आज आपको इन्हीं मसालों की दुनिया में ले चलते है जो स्वाद और सेहत , दोनों से भरपूर है ।
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1. लाल मिर्च
लाल मिर्च का नाम सुनते ही तीखापन और चटक रंग याद आता है लेकिन ये लाल मिर्च ना केवल भोजन को तीखा बनाने में मदद करती है बल्कि इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते है जो शरीर में जमा होने वाले अनचाहे ख़राब कोलेस्ट्रॉल को हटाने में सहायता करते है ,साथ ही पाचन शक्ति को बढ़ाने के अलावा कैलोरी को जलाने में भी इसका अहम योगदान होता है।
2. जीरा
सब्जी में तड़का लगाने के लिए इस्तेमाल होने वाला जीरा, आयरन का एक बहुत अच्छा स्रोत है, और इसके नियमित इस्तेमाल से खून की कमी यानि एनीमिया की बीमारी को दूर किया जा सकता है। पाचन सम्बन्धी बीमारियों जैसे गैस और एसिडिटी से बचाव के लिए कच्चा जीरा काफी फायदेमंद होता है और जीरे के सेवन से वजन को भी कम किया जा सकता है।
3. हल्दी
हल्दी का पीला रंग जहाँ खाने की रंगत बढ़ाता है वहीं शादी में लगने वाली हल्दी, सौन्दर्य में भी निखार ला देती है। इसमें एंटी -सेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण प्राकृतिक रूप से पाए जाते है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ हल्दी , बाहरी चोट और सूजन को ठीक करने में भी कारगर साबित होती है।
4. लौंग
लौंग एक गरम तासीर का मसाला है जिसकी बेजोड़ खुशबू और स्वाद भोजन के आनंद को बढ़ा देता है। लौंग में अनेक गुण पाए जाते है। सर्दी,खांसी और साँसों की बदबू को दूर करना हो या फिर त्वचा सम्बन्धी समस्याओ जैसे मुहांसे ,ब्लैक हैड्स से छुटकारा पाना हो, लौंग एक बेहतरीन उपाय है। इसके तेल में सबसे ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है और लौंग से बने तेल को चोट ,घाव और फंगल इन्फेक्शन पर भी लगाया जा सकता है।
5. अजवायन
अजवायन की अपनी एक अलग महक होती है और इसकी उचित मात्रा डालने पर भोजन का स्वाद बढ़ जाता है। ये पाचन को दुरुस्त रखती है और अपच जैसी समस्याओं में तुरंत राहत पहुँचाती है। इसका तेल कानों में इन्फेक्शन होने से रोकता है और दाद और खुजली होने पर, पीसी हुयी अजवायन लगाने से काफी आराम मिलता है। ये जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाने के अलावा दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद करती है और माइग्रेन के दर्द में भी आराम पहुँचाती है।
6. दालचीनी
दालचीनी में मीठी सी खुशबू और एक अनोखा स्वाद होता है जो भोजन को महकाता है लेकिन साथ ही दाँतो और जोड़ों के दर्द में भी दालचीनी आराम पहुँचाती है। सर्दी के दिनों में जुकाम, खाँसी से राहत दिलाने के अलावा ये मधुमेह और हृदय सम्बन्धी रोग में भी लाभकारी होती है। इसके अतिरिक्त,कब्ज मिटाने और मोटापे को दूर करने में भी ये कारगर साबित होती है।
7. जायफल
जायफल के कठोर होने के कारण, सामान्यतया इसे तोड़ने की बजाय घिसकर इस्तेमाल किया जाता है। इसकी तासीर गरम होती है और इसमें एंटी- बैक्टीरियल तत्वों के साथ साथ कैल्शियम, मैग्नीशियम ,मिनरल्स और आयरन भी पाए जाते है इसलिए इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जोड़ों के दर्द और अनिद्रा में जायफल लाभकारी होता है और इसके इस्तेमाल से चेहरे की झाइयाँ और पिम्पल्स भी दूर किये जा सकते है।
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