करोड़पति और अरबपति के बच्चे अक्सर लाइमलाइट में रहते हैं। आए दिन उनकी स्टाइल या लाइफस्टाइल को लेकर उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं। ऐसे ही इन दिनों एक करोड़पति बिजनेसमेन की पोती की तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इस तस्वीर में बिजनेसमेन की पोती मंदिर के सामने खड़ी होकर भीख मांग रही है। ये बिजनेसमेन कोई और नहीं बल्कि मशहूर माउथफ्रेशनर दिलबाग पान मसाले के मालिक दिलबाग अरोड़ा की पोती काजल अरोड़ा है।
कानपुर के साईं धाम मंदिर के पास जींस-टीशर्ट पहने काजल के हाथ में कटोरा था तो दूसरे हाथ में पान मसाले के बहुत सारे पाउच। उसके साथ एक पोस्टर भी था, जिस पर लिखा था – दिलबाग पान मसाले की पोती भीख मांग रही है। भीख मांगने के पीछे वजह पूछने पर काजल ने बताया, “मैं दिलबाग अरोड़ा के बेटे अरुण अरोड़ा की लीगल बेटी हूं। उन्होंने मेरी मां से शादी की थी, लेकिन महज दो साल बाद उन्हें तलाक दे दिया। मेरी मां सीधी है। उसने कभी अपना हक नहीं मांगा, लेकिन मैं अपने पिता से हक लेकर रहूंगी। मैं उनके खानदान की इकलौती वारिस हूं।
बता दें कि काजल बीए फाइनल ईयर की स्टूडेंट हैं। वो कानपुर के साकेत नगर में अपनी मां रितु अरोड़ा के साथ रहती हैं। मंदिर पर इस प्रदर्शन के दौरान रितु भी अपनी बेटी के साथ खड़ी नजर आईं। रितु के मुताबिक 1994 में उनके पिता के सामने खुद दिलबाग ने बेटे अरुण की शादी का प्रपोजल रखा था। अरुण पहले से शादीशुदा था। वो पहली वाइफ को तलाक दे चुका था। जब मेरे पिताजी ने इस बात को लेकर रिश्ता ठुकराने की बात कही तो दिलबाग जी ने जोर देकर कहा कि बेटा सुधर जाएगा।
शादी के दो साल बाद 1996 में अरुण अरोड़ा ने रितु को डिवोर्स दे दिया। इस दौरान रितु एक बेटी की मां बन चुकी थीं। रितु ने बताया, “मुझसे तलाक के बाद अरुण ने दो और शादियां की, लेकिन ना कोई बीवी टिकी और ना कोई बच्चा हुआ”। काजल ने बताया, “मैंने कुछ दिन पहले अपने पिता अरुण अरोड़ा को फोन कर कहा कि मैं आपकी बेटी बोल रही हूं। उन्होंने पहले मेरा हालचाल लिया, फिर बोले- मैंने एक लड़की देख रखी है, जिससे 5वीं शादी करने जा रहा हूं। उनकी इस बात पर मुझे गुस्सा आ गया। जब मैंने उनसे अपना हक मांगा तो बोले मैं तुम्हें अपना वारिस नहीं बनाऊंगा। अपना हक ले सको तो ले लो। मुझे तुमसे कोई मतलब नहीं।”
काजल का कहना है, “मैं हर उस जगह पर भीख मांगूंगी जो इनकी प्रॉपर्टी है। यह मंदिर भी मेरे दादाजी ने बनवाया था। अब अगला टारगेट इनकी फैक्ट्री और कोठियां हैं। जब एनडी तिवारी के नाजायज बेटे को हक मिल सकता है तो मैं तो उनकी जायज औलाद हूं। हक लेकर रहूंगी।”