किन्नर पर आया युवक का दिल, सात फेरे लेकर बने पति-पत्नी
- - Advertisement - -
तस्वीर में शादी के जोड़े में आपको जो कपल दिखाई दे रहा है ये कोई साधारण कपल नहीं है। इसका कारण यह है कि तस्वीर में जो दुल्हन के जोड़े में दिखाई दे रही है वह एक लड़की नहीं बल्कि एक किन्नर है। उसका नाम मेघा है। रिपब्लिक डे के दिन मेघा ने समाज की रुढ़िवादी सोच को तोड़ते हुए बासुदेव नाम के युवक के साथ सात फेरे लिए हैं। बता दें कि यह मामला ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर का है।
मेघा के लिए सपने की तरह थी यह शादी
ये शादी भले ही समाज के लिए कौतूहल का विषय बनी हो। लेकिन मेघा के लिए यह किसी सपने की भांति थी। मेघा ने बताया कि टांसजेंडर होने की वजह से वह भी आम तौर पर दूसरे किन्नरों की तरह ही अपना जीवन जी रही थी। लेकिन एक दिन उसकी मुलाकात बासुदेव नाम के युवक से हुई। दोनों के बीच बातचीत हुई और उनमें दोस्ती हो गई। ये दोस्ती कब प्यार में बदल गई पता ही नहीं चला। दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। जिसके बाद दोनों ने सात जन्म साथ रखने का फ़ैसला किया।
समाज के मिथकों को तोड़ना चाहती हैं मेघा
दुल्हन बनी ट्रांसजेंडर मेघा ने कहा, ”लोग सोचते हैं कि ट्रांसजेंडर शादी नहीं कर सकते, मां नहीं बन सकते हैं। मैं उन्हें ग़लत साबित कर रही हूं। हम भी सामान्य जिंदगी जीने की चाह रखने वाली महिलाएं हैं।”
बासुदेव के फ़ैसले से नाखुश था परिवार
बासुदेव ने जब अपने फै़सले के बारे में परिवार को बताया तो उन्होंने इस रिश्ते को स्वीकारने से इनकार कर दिया। हालांकि कई दिनों तक घरवालों को मनाने के बाद आखिरकार बासुदेव और मेघा को शादी की मंजूरी दे दी गई। 26 जनवरी को दोनों की धूमधाम से शादी हुई। बता दें कि इस शादी में बासुदेव के परिवार के साथ किन्नर समाज के लोग भी शामिल हुए थे।
- - Advertisement - -