विराट ने बताया अपनी सफलता का सीक्रेट
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विराट कोहली आज वो नाम बन गए है जो क्रिकेट के पर्याय हो गए हैं। आज अगर कही भी क्रिकेट की बात हो रही हो और विराट कोहली का नाम न आए तो वो बात ही अधूरी लगती है। विराट आज किसी नेशनल लेवल पर नहीं बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर एक ऐसे खिलाड़ी बनकर उभरे है जिनसे आगे निकलने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति को बहुत ज़्यादा मेहनत करनी पड़े।
विराट के बारे में सबका अलग नजरिया है। कोई विराट का फैन उनके खेल को लेकर हैं तो कोई उनके अनुष्का के साथ अफेयर को लेकर। अनुष्का से ब्रेकअप की ख़बरें आने के बाद विराट ने क्रिकेट के मैदान पर अपोजिट टीम को ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया कि कोई उनके सामने नहीं टिक पाया। विराट ने बातों का जवाब अपने बल्ले से देना बेहतर समझा और इसके बाद सबकी बोलती बंद हो गई।
विराट ने हाल ही में बीसीसीआई डॉट टीवी को दिए एक इंटरव्यू में अपनी लाइफ और सफलता से जुड़ें सीक्रेट को शेयर किया है। उनका ये सीक्रेट वाकई में अद्भुत है और अगर कोई युवा इन्हें अपना ले तो यकीन मानिए आप भी सफलता के विराट शिखर पर पहुंच सकते है। तो आइए आपको बताते हैं विराट ने इंटरव्यू में क्या बताया।
ज़्यादा लोगों से होता है ध्यान भंग
विराट कोहली ने अपने इंटरव्यू में कहा कि ‘‘उनकी अपार सफलता का राज उनकी जिंदगी में ‘ज्यादा करीबी लोगों का नहीं’ होना है क्योंकि इसे रूकावटें पैदा होती हैं।’’ साक्षात्कार में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन से कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली हूं कि मेरी जिंदगी में ऐसे ज्यादा लोग नहीं हैं जिनके मैं ज्यादा करीब हूं।’’
‘‘मुझे लगता है कि इससे मदद मिलती है। अगर आपकी जिंदगी में काफी लोग होते हैं और आप काफी दोस्तों से बातें करते हों तो आपका ध्यान भंग होता है और आपका समय प्रबंधन भी अंसभव बन जाता है। ’’ कोहली को लगता है कि किसी को अपनी महत्वकांक्षाओं को सीमित नहीं करना चाहिए।
खुद को सीमित न करें
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बतौर खिलाड़ी, हम पहले ही खुद को सीमित कर देते हैं, बिना यह जाने कि हम कितना कुछ कर सकते हैं। यह ऐसी चीज है जिस पर मैं कभी सीमा नहीं लगाता। यहां तक कि समय प्रबंधन में भी, जिस दिन मैं थोड़ा थक जाता हूं, उसी दिन चीजों को कम करना शुरू कर देता हूं। मैं कभी भी उन चीजों पर सीमायें नहीं लगाता जिन्हें मैं जिंदगी में करना चाहता हूं। ’’ कोहली ने कहा, ‘‘आपको अच्छा संतुलन बनाना होता है और आगे बढ़ना होता है। अब तक यह सही चल रहा है। अब मैं कह सकता हूं कि अभी मैं संतुलन बनाये हूं।
आंकड़ों को हासिल करना बहुत मुश्किल
सचिन तेंदुलकर के साथ हमेशा होने वाली तुलना के बारे में कोहली ने स्पष्ट किया कि उनकी संख्याओं को हासिल करना बहुत मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं शायद इतने लंबे (24 वर्ष) समय तक नहीं खेलूं। 200 टेस्ट, 100 अंतरराष्ट्रीय शतक, ये शानदार संख्या है और इसे हासिल करना असंभव होगा। लेकिन हां, मैं अंतर पैदा करना चाहता हूं और हमेशा मानता हूं कि मुझे खेल को बेहतर तरीके से छोड़ना होगा। ’’
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