EU में ब्रिटेन रहेगा या नही, वोटिंग आज, इंडियन इकोनॉमी पर पड़ेगा असर
यूके यूरोपियन संघ का हिस्सा रहेगा या नहीं इस सवाल पर गुरूवार को ब्रिटेन में जनमत द्वारा फैसला होगा। भारत समेत दुनियाभर की निगाहे इस जनमत संग्रह के फैसल पर टिकी हैं। इसके नतीजे शुक्रवार को घोषित किए जाएंगे। इसे लेकर ब्रिटेन के पीएम ने डेविड कैमरन ने लोगों से अपील की है कि वे ब्रिटेन को ईयू में रहने के लिए ही वोट करें। उन्होने कहा कि अगर ब्रिटेन गलत तरीके से ईयू से अलग होता है तो हमारी इकोनॉमी खतरें में पड़ सकती है। वहीं अगर बात इंडियन इकोनॉमी की कि जाए तो इंडियन इकोनॉमी भी ब्रिटेन के ईयू से अलग होने पर काफी प्रभावित हो सकती है।
दो पक्षों में बंटा ब्रिटेन
यूरोपियन संघ में रहने ना रहने को लेकर पूरा ब्रिटेन दो भागों में बंट गया है। एक पक्ष जो इस बात के हक में हैं वहीं दूसरा पक्ष का मानना है कि ईयू से बाहर निकल जाना उचित है, क्योंकि वह ब्रिटेन पर अपने अलोकतांत्रिक कानूनों को थोपता है।
कैमरन ने किया था वादा
वर्ष 2015 के चुनावों के दौरान पीएम डेविड कैमरन ने ब्रेक्ज़िट (ब्रिटेन एक्ज़िट – ब्रिटेन का ईयू से बाहर निकलना) को लेकर वर्ष 2017 खत्म होने से पहले जनमत संग्रह कराने का वादा किया था, लेकिन हालात ऐसे हैं कि लेबर और कंजरवेटिव – दोनों ही दलों में ऐसे नेता मौजूद हैं, जो इसके पक्ष और विपक्ष में हैं। पीएम डेविड कैमरन ने लोगों से ईयू में बने रहने के पक्ष में वोट करने की अपील की है, जबकि अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि ब्रिटेन का ईयू से बाहर होना एक बेहतर कदम होगा।
इस तरह होगा मतदान
ईयू से ब्रिटेन बाहर निकले या रहे इसके लिए ब्रिटेन में जनमत संग्रह द्वारा फैसला लिया जाएगा। मतदान गुरूवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे से शुरू होकर रात 10 बजे तक होंगे। इसका नतीजा शुक्रवार को घोषित किए जाएंगे। वैसे, ब्रिटेन की संसद इस जनमत संग्रह के परिणाम को मानने के लिए बाध्य नहीं है, लेकिन यदि जनमत संग्रह का नतीजा स्पष्ट रहा, तो संसद पर इसे मान लेने का जबर्दस्त राजनैतिक दबाव रहेगा।
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