भारतीय महिला हॉकी टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि महिला खिलाड़ी पुरूष खिलाड़ी के बराबर नहीं बल्कि उनसे बेहतर खेल सकती हैं। रविवार को टीम ने जापान में एशिया कप जीतकर देश का नाम रोशन कर दिया है। लेकिन टीम इस बात को लेकर काफी परेशान है कि उनके मैच का लाइव टेलीकास्ट नहीं किया गया। इतनी बड़ी जीत के बाद अब टीम की महिला खिलाड़ी महिला -पुरूष खिलाड़ी के बीच असमानता का आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि इससे तो साफ नजर आता है कि भारत में महिला खिलाडिय़ों को आगे बढऩे से रोका जा रहा है। जबकि पुरूषों के हॉकी मैच का तो टेलीकास्ट होता है।
टीम की खिलाड़ी मोनिका मलिक ने मीडिया से बात करते कहा कि- हम भी पुरूष खिलाडिय़ोंं के बराबर जीते हैं, हमने भी पुयष खिलाडिय़ों के बराबर स्वर्ण जीता है और आगे भी उनसे बेहतर ही खेलेंगे, तो फिर क्यों हमारा मैच टेलीकास्ट नहीं किया गया। अपनी जीत को लेकर हम बहुत खुश हैं, लेकिन इसका टेलीकास्ट न होने से बहुत परेशान हैं।
लाइव टेलीकास्ट होने से मिलते हैं बेहतर परिणाम-
उन्होंने कहा है कि – हम निश्चित रूप से अपने कोच के साथ इस मामले में बात करेंगे कि महिला हॉकी टीम को भी लाइमलाइट में लाए जाना चाहिए। हमारी रैकिंग हर रोज बेहतर हो रही है। हम भी पुरूषों की तरह लायक हैं। एक अन्य खिलाड़ी ने कहा कि मैच का लाइव टेलीकास्ट होने से अच्छे रिजल्ट्स सामने आते हैं। यदि हमारा मैच भी लाइव हो तो लोग इसे पहचानेंगे। हमें लोगों का जितना सपोर्ट मिलेगा हम उतना ही बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। गोलकीपर सविता पुनिया ने कहा है कि बहुत कम मौके ऐसे होते हैं जब लोगों को ये जानने का मौका मिलता है कि भारतीय महिला हॉकी टीम कितना अच्छा खेलती है।
भारतीय हॉकी टीम ने जापान के काकामिकगहारा कावासाकी स्टेडियम में चीन को 5-4 से हराकर इतिहास रचा है। इससे अगले साल होने वाले विश्वकप हॉकी प्रतियोगिता में अपनी जगह पक्की कर ली है। बता दें कि टीम की जीत पर हॉकी इंडिया ने हर खिलाड़ी को एक-एक लाख रूपए देने की घोषणा की है।
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