WHO की रिपोर्ट में हर तीसरा व्यक्ति इस दर्द से ग्रसित
अनियमित खानपान और भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच पीठ दर्द की समस्या इन दिनों बहुत अधिक बढ़ती जा रही है। WHO रिपोर्ट के अनुसार देश में 30 साल की उम्र से ऊपर हर पांचवा व्यक्ति इस दर्द से परेशान है। लोगों को पता ही नहीं चलता है और वे अचानक इस समस्या के शिकार हो जाते हैं जिसकी खास वजह है, अव्यवस्थित दिनचर्चा और उठने बैठने की गलत शैली। WHO की रिपोर्ट की के बाद डॉक्टरों ने इस समस्या के बढ़ने के बहुत से छोटे-छोटे कारण बताएं, जिनके बारे में जानना जरुरी है।
पीठ दर्द जैसी समस्या पहले वृद्धावास्था में ही देखी जाती थी, पर आज इस समस्या से देश का युवा वर्ग भी प्रभावित है। WHO के एक सर्वे से पता चला कि देश में 30 साल से ऊपर का हर पांचवा व्यक्ति इस समस्या से परेशान है। इस बढ़ती समस्या के रोकथाम कार्य जल्द करने होंगे, नहीं तो यह दर्द अन्य वर्ग को भी जल्द घेर लेगा।
चिकित्सकों के अनुसार दर्द की वजह
रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों के अनुसार पीठ दर्द की वजह सड़क दुर्घटना, लॉंग ड्राइविंग और कम्प्यूटर पर एक अवस्था में घंटो बैठकर काम करने की प्रवृत्ति समेत अन्य कारकों को जिम्मेदार माना गया है। लाला लाजपत राय अस्पताल कानपुर के अस्थि रोग विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर रोहित नाथ ने बताया कि हाल के सालों में पीठ दर्द से ग्रसित मरीजों में इजाफा हुआ है, जिनमें युवा वर्ग की तादाद अधिक है। बैक पेन की समस्या लेकर जो मरीज डॉक्टरों के पास जाते है, उनमें कुछ कॉमन बातें सामने आई है, किसी को सालों पहले दुर्घटना में कई चोट लगी या नियमित दिनचर्या में मोटरसाइकिल पर लंबी दौड़, या कम्प्यूटर पर देर तक काम करना और सबसे खास फास्टफूड का अधिक सेवन करना है।
हड्डी से शुरु होता है, यह दर्द
स्पीड ब्रेकरों की बढ़ती तादात, लैपटाप अथवा मोबाइल पर घंटो एक अवस्था में बैठकर निहारने की प्रवृत्ति, जंक फूड के व्यापक इस्तेमाल से बढ़ता मोटापा हड्डियों पर अतिरिक्त बोझ डालता है, और इससे हड्डियों में दर्द शुरु होने लगता है। समस्या बैक पेन का रुप ले लेती है।
क्या करें ईलाज
हड्डी रोग के शुरुआती लक्षण पता चलते ही इलाज शुरु कर देना चाहिए व्यायाम अथवा डॉक्टरी सलाह से दवाईयां लेना चाहिए। चिकित्सीय परामर्श में किसी भी तरह की देरी नहीं करना चाहिए। इस समस्या में व्यायाम से बहुत लोगों को लाभ मिला है, डॉक्टर्स भी मरीज को इसकी सलाह देते है। व्यायाम तभी करना चाहिए जब उसके करने के सही तरिका पता हो और रोजाना हो, कुछ दिनों का अंतराल नहीं हो।
ज्याद दिन होने पर गंभीर है यह पेन
चिकित्सकों के अनुसार बैक पेन कि समस्या अधिक नहीं रहना चाहिए। अधिक समय तक दर्द होने पर स्पांडलाइटिस, कैनाल स्टेनोसिस जैसी गंभीर बीमारी का रुप ले लेती है।
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