दुनिया में अगर कोरोनरी डिसीज के बाद मौत का दूसरा कोई कारण है तो वो है ब्रेन स्ट्रोक। बदलती लाइफस्टाइल के कारण ये बीमारी भारतीय लोगों में दुनिया के मुकाबले 20 से 25 फीसदी ज्यादा देखी जा रही है। हर साल लगभग 18 लाख भारतीय इस बीमारी की गिरफ्त में आ रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार अब स्ट्रोक केवल बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि 40 साल से कम उम्र के युवाओं में भी ये बीमारी देखी जा रही है।
स्ट्रोक इस स्थिति में होता है जब आपके दिमाग के किसी हिस्से में खून की सप्लाई ठीक से नहीं हो पाती। ऐसे में कुछ ही देर में दिमाग के सेल्स डेड होने लगते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार ब्रेन स्ट्रोक का जल्द पता लगना जरूरी होती है, क्योंकि आपकी थोड़ी सी लापरवाही हर सैकंड 32,000 ब्रेन सेल्स को डेड कर सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार यदि आप अपनी लाइफस्टाइल में कुछ आसान तरीके अपना लें, तो आप जिन्दगीभर स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारी से बचे रह सकते हैं।
कम खाएं नमक-
स्ट्रोक के लिए हाई बीपी सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। इसलिए डॉक्टर्स हमेशा हर दिन मात्र 5 ग्राम नमक खाने की सलाह देते हैं। ऐसे मील्स जिसमें नमक जरूरत से ज्यादा होता है जैसे रेडी मीरल्स, सॉसेस, सूप इनका सेवन कम से कम करें। अगर आप ये मील्स ज्यादा खाते हैं, तो बता दें कि आप इस तरह हर दिन 8 ग्राम नमक खा रहे हैं। जो आपको स्ट्रोक की स्थिति में ला सकता है।
स्मोक न करें-
स्मोकिंग करने से स्ट्रोक का खतरा दोगुना हो जाता है। अक्सर लोग हवाला देते हैं कि वे टेंशन को दूर करने के लिए स्मोकिंग करते हैं, लेकिन टेंशन से मुक्ति पाने के लिए आप चाहें तो योगा और एक्सरसाइज भी बेस्ट ऑप्शन्स हैं। ये आपके मूड को एकदम अच्छा कर देंगे।
कॉलेस्ट्रॉल पर ध्यान दें-
स्पेशलिस्ट्स के अनुसार हर पांच साल में अपने कॉलेस्ट्रॉल को चैक कराना चाहिए। खासतौर से एलडीएल कॉलेस्ट्रॉल, जिसे बैड कॉलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है इसे चैक कराते रहें। हार्ट डिसीज के लिए ये रिस्क फैक्टर साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार आपका कोलेस्टॉल लेवल 1.6 ग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इससे बचने के लिए फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।
हर दिन 30 मिनट करें एक्सरसाइज-
स्ट्रोक के खतरे से बचने के लिए हर दिन 30 मिनट की एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद होगी। सीढिय़ां उतरना-चढऩा, साइकीलिंग जैसी आदि एक्टीविटीज भी आप कर सकते हैं। 2015 में आई एक स्टडी के अनुसार 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को हफ्ते में तीन बार वॉकिंग, गार्डनिंग और साइकीलिंग करके स्ट्रोक की समस्या से दूर रह सकते हैं।
सोशल बनें-
जितना हो सके सोशल बनें। 2016 में यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क में हुई रिसर्च के अनुसार जो लोग अकेले रहते हैं, उनमें हार्ट डिसीज की संभावना 29 फीसदी बढ़ जाती है। जबकि स्ट्रोक के चांसेस 32 फीसदी बढ़ जाते हैं। इसलिए अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए सोशल एक्टिविटीज में पार्टीसिपेट करें और सोशली लोगों से कनेक्ट रहें।
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