जी हां, 1982 में हुए इस हादसे को कल पूरे 35 साल हो जाएंगे। दरअसल, कुली की शूटिंग की दौरान अमिताभ को जिस विलेन की पिटाई करनी थी , वह इंडस्ट्री के नए कलाकर पुनीत इस्सर थे। पुनीत मार्शल आट्र्स में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुके थे। एक सीन जो बहुत ही आसान था, उसके लिए अमिताभ सात बार रिहर्सल कर चुके थे। दोनों के बीच फाइट का सीन बहुत सही चल रहा था कि अमिताभ उछलकर पलटकर नीचे गिर गए। अमिताभ उठे और उनसे कहा कि ये फिल्म का हिस्सा है। हालांकि बाद में उन्हें बहुत सी चोटें आई थीं।
उस समय बैंगलोर से अमिताभ को बंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल लाया गया था, जहां अमिताभ के मुताबिक वो लगभग कोमा जैसी हालत में थे और कुछ पलों के लिए तो ऐसा लगा मानो कि वो मौत के कगार पर पहुंच गए हों। उन दिनों अमिताभ की हालत मानो कंकाल जैसी थी, सीने में बंधे रेस्पिरेटर ने उन्हें ताकत दे रखी हो। इस हालात में जया के पास केवल रोने के अलावा कुछ भी नहीं सूझ रहा था। लेकिन वह सभी जगह प्रार्थना करने से नहीं चूक रही थीं। इस दौरान देश की तत्कालीन मुख्यमंत्री इंदिरा गांधी भी उन्हें देखने के लिए अस्पताल पहुंची थीं। वहीं इंदिरा के बेटे और अमिताभ के मित्र राजीव गांधी ने इस हादसे की खबर सुनकर अमेरिका जाने का प्लान रद्द कर तुरंत उनकी खबर लेने भारत आ गए थे।