माल्या को लोन देन में सामने आई बैंक की गड़बड़, फॉलो नहीं किए रूल्स
हाल ही मे विजय माल्या का बयान आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने सरकार से किंगफिशर के लिए मदद मांगी थी लोन नहीं। इस लोन को लेकर उन्होंने सरकार की पॉलिसी को जिम्मेदार बताया था। हाल ही में किंगफिशर को दिए लोन को देकर एक खुलासा हुआ हैं जिसमें बैंक के द्वारा की गई गड़बड़ सामने आई है। इसमें बैंक के सीएमडी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
छुट्टी वाले दिन मिले सीएमडी
इस खुलासे में सामने आया हैं कि आईडीबीआई बैंक के तत्कालीन सीएमडी विजय माल्या के एक फोन पर छुट्टी वाले दिन भी मीटिंग करने चले गए थे। इसके कुछ दिनों बाद ही बिना पूरी जांच के किंगफिशर एयरलाइंस को लोन की दो किस्तें जारी कर दी गई। ईडी की जांच में लोन को लेकर कई खामियां पाई गई हैं। जांच में पाया गया है कि जिस वक्त लोन दिया जा रहा था उस वक्त किंगफिशर एयरलाइंस काफी घाटे में थी।
ईडी की जांच में साफ पता चला है कि लोन लेने वालों की इसको चुकाने की मंशा थी ही नहीं। अफसरों के मुताबिक, लोन के लिए दी गई कोलेटरल सिक्युरिटी की ठीक से जांच नहीं की गई। इससे साफ पता चलता है कि बैंक ने लोन देने में गैर जरूरी तौर पर तेजी दिखाई। दोनों की मुलाकात के बाद 860 करोड़ रूपए के लोन की 350 करोड़ रूपए की दो किस्त जारी की गई थी।
ईडी की शुरूआती जांच में ये भी पाया गया है कि बैंक ने रूल्स भी फॉलो नहीं किए थे। जब कंपनी को लोन दिया जा रहा था उस समय कंपनी घाटे में चल रही थी उस समय बैंक ने सिक्योरिटी की सही तरह जांच नहीं की। इसी दौरान बैंक को अपने इमीडिएट डिसवर्समेंट रूल्स को फॉलो करना चाहिए था।
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