उड़ान भरने वालों ने तोड़ा रिकार्ड, पांच महीने में ही मिले एक साल जितने यात्री
हवाई जहाज से हवा में उड़ान भरने का सपना हर किसी का होता है। और अच्छी बात तो ये है कि आमतौर पर हर व्यक्ति अपने इस सपने को साकार कर पा रहा है। यही वजह है कि पिछले सालों की तुलना में अब हवाई यात्रियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रियों की संख्या इस साल मई में 17 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि के साथ एक करोड़ के पार पहुंच गई है। यह पहला ऐसा मौका है जब आंकड़ा एक करोड़ के पार पहुंचा है। नगर विमानन महानिदेशालय के अनुसार इस साल मई में देश में हवाई जहाज से यात्रा करने वालों की संख्या 1 करोड़ 1 लाख 74 हजार रही। जबकि मई 2016 में ये संख्या मात्र 86 लाख 69 हजार थी। यानि की इस साल मई में ये संख्या 17.63 प्रतिशत ज्यादा पाई गई है।
साल के पहले पांच महीनों में ही टूटा रिकॉर्ड-
साल के पहले पांच महीनों में जनवरी से मई के दौरान हवाई यात्रियों की संख्या 17.63 प्रतिशत बढ़ते हुए 4 करोड़ 65 लाख 87 हजार पहुंच गई है। पिछले साल इसी अवधि में ये तीन करोड़ 3 करोड़ 96 लाख 4 हजार रही थी।
फ्लाइट्स के रेट्स कम होने से बढ़े हवाई यात्रा-
ट्रिप सॉल्यूशन.कॉम के डायरेक्टर विकास गुप्ता का कहना है कि अब पहले की तरह हवाई यात्रा महंगी नहीं रही। बल्कि इनका टिकट फयेर काफी कम हो गया है जो लगभग हर व्यक्ति के बजट में है।
– अब छोटे शहरों में भी फ्लाइट्स की व्यवस्था हो गई है, जिसके चलते अब व्यक्ति फ्लाइट का सफर करना आसान समझता है।
– कॉम्पीटीशन के चलते टिकट फेयर कम हुआ, जिसने यात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित किया है।
– साथ ही अब नई-नई एयरलाइन्स शुरू हो गई है, जिसके चलते यात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
– कम टिकट फेयर के कारण ट्रेन और फ्लाइट के टिकट में मात्र 19-20 का अंतर होता है और ट्रेन में समय भी ज्यादा लगता है। इसलिए व्यक्ति समय बचाने के लिए ट्रेन के बजाए अब हवाई यात्रा करना ज्यादा बेहतर मानता है।
इंडिगो पहले स्थान पर –
घरेलू हवाई यातायात में बाजार हिस्सेदारी के मामले में 41.2 प्रतिशत यात्रियों के साथ इंडिगो पहले स्थान पर रही। वहीं 15.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ जेट एयरवेज दूसरे स्थान पर और सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया 13 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रही। किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी 12.6 प्रतिशत , गो एयर की 8.5 प्रतिशत, विस्तारा और एयर एशिया दोनों की 3-3 प्रतिशत रही।
स्पाइसजेट ने मारी बाजी-
भरी उड़ानों के साथ उड़ान भरने में स्पाइसजेट ने बाजी मार ली है। उसका पैसेंजर लोड फैक्टर 94.3 प्रतिशत रहा। इस मामले में 83 प्रतिशत के साथ गो एयर दूसरे और 91.1 प्रतिशत के साथ इंडिगो तीसरे स्थान पर रही। इस मामले में बड़ी एयरलाइन्सों में एयर इंडिया 80.9 प्रतिशत के साथ सबसे पीछे रही।
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