अगर आप रैगुलर इंटरनेट यूजर हैं, तो अब आप सावधान हो जाएं, क्योंकि आपके इंटरनेट ब्राउजिंग हिस्ट्री, आपका डाटा यहां तक की आपके गहरे राज ऑनलाइन सेल किए जा सकते हैं। जी हां, सुनकर भले ही आपको यकीन न हो, लेकिन दो जर्मन रिसर्चर्स ने दावा किया है कि उनके पास एक जर्मन जज की पॉर्न ब्राउजिंग हिस्ट्री और एक नेता के ड्रग खरीदने का डाटा आसानी से ऑनलाइन मिला है।
जर्नलिसट स्विया एकर्ट और डेटा साइंटिस्ट ऐंड्रियास ड्यूईस को यह डाटा उन कंपनियों से मिला है जो 30 लाख जर्मन नागरिकों की किलस्ट्रीम का डाटा इकट्ठा करके बैठी है। इसका सीधा अर्थ यह है कि इसी तरह का कैसा भी डाटा कंपनी के पास हो सकता है। रिसर्चर्स का कहना है कि कंवपनियों लोगों की पूरी गतिविधि पर नजर रखकर बैठी हैं, डाटा एकत्रित कर रही हैं, वहीं अब वो उन्हें बहुत ही सस्ते दामों में सेल करने के लिए तैयार हैं।
इंटरनेट पर यूजर्स को ट्रैक करने से उनकी पसंद के मुताबिक उन्हें ऐड्स परोसने में मदद मिलती है। लोगों को ऑनलाइन देखकर मार्केटर अपनी पोस्ट्स चुनिंदा लोगों को भेज सकती हैं जिससे उनकी चीजों के खरीदे जाने की संभावना बढ़ जाती है। इस तरह के डेटा का बेनामी होना ज़रूरी है और इसे इकट्ठा करना कानून के खिलाफ है। लेकिन न सिर्फ इसे इकट्ठा किया जाता है, बल्कि आसानी से ऑनलाइन बेचा भी जाता है। इन दोनों ने आगे बताया कि लोगों के लिए इस डेटा के आधार पर किसी की पहचान स्थापित करना काफी आसान है। जिससे उन्हें पता चल जाता है कि वे किसकी ब्राउजिंग हिस्ट्री देख रहे हैं।