नए नोट के आने पर जहां पुराने नोट बंद हुए है वहीं देश के मास्टरमाइंड लोगों ने अपना माइंड लगाकर नकली नोट बनाने का जुगाड़ ढूंढ लिया। देश में ऐसी कई घटनाएं सामने आ रही है जिनके अनुसार लोग 2000 के नकली नोट को असली बताकर चला गए। 2000 के नए नोट की कलर फोटोकॉपी करके लोग नकली नोट बना रहे है।
नोट अभी नया है इसलिए कुछ लोग इस नोट की ठीक ढंग से पहचान नहीं कर पा रहे है। यहीं कारण है कि नकली नोट बाज़ार में जाकर लोग चला आते है। लेकिन इन नकली नोट चलाने वालों पर पुलिस तेजी से शिकंजा कस रही है। हम आपको बताने जा रहे हैं देश में घट रही कुछ ऐसी ही घटनाएं जिनमें नकली नोट चलाने का मामला सामने आया है।
#2000 के नकली नोट से ख़रीदा 200 का सामान
मप्र में पहली बार ये मामला सामने आया है जिसमें 2 हजार रूपए के नकली नोट चलाने की बात सामने आई है। मप्र के शाजापुर के आज़ाद चौक स्थित एक एवरफ्रेश डेयरी पर चार स्कूली बच्चो ने संचालक को 2000 रूपए का नकली नोट थमा दिया। बच्चों ने 200 रूपए का दूध ले लिया और 1800 रूपए वापस ले लिए।
दुकानदार को जब शंका हुई तो उसने वो नोट अपने बेटे को दिखाय तो उसे पता चला कि वो नोट कलर फोटोकॉपी है। डेयरी संचालक ने इसकी शिकायत पुलिस में कराई है पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से बच्चों को तलाशा लेकिन फिलहाल उनके बारे में अभी तक पता नहीं चल सका है। बच्चों की उम्र 15 से 17 साल बताई गई है।
# 2000 के नोट की कलर फोटोकॉपी करते पुलिस ने पकड़ा था
पंजाब में भी कलर फोटोकॉपी करने का एक मामला सामने आया था। अभी नए नोट के आने से लोग असली और नकली के बीच फर्क नहीं कर पा रहे है और जिनके पास पहली बार आ रहा है उन्हें पहचानने में ज़्यादा दिक्कत हो रही है। इसी का फ़ायदा उठाकर पंजाब में नकली नोट बनाने का धंधा चल रहा था।
पंजाब के तरन तारण जिले की पुलिस ने बुधवार को भिखीविंड शहर से संदीप कुमार और हरजिंदर सिंह नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया। इन पर आरोप है कि ये लोग 2000 के नकली नोट प्रिंट कर उसे सर्कुलेट कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक ये स्कैनर और कलर पिं्रटर की मदद से नकली नोट बना कर आसानी से लोगों को बेवकूफ बना रहे थे।
# कोटा में मजदूर के हाथों में निकला नकली नोट
कोटा में भी नकली नोट चलाने का एक मामला सामने आया है। ख़बर के मुताबिक कोटा के बोरखेड़ा क्षेत्र में गुरूवार रात को एक मजदूर को किराने की दुकान पर कलर फोटोकॉपी वाला नकली नोट चलाते हुए पकड़ा गया। मजदूर ज़्यादा पड़ा लिखा नहीं होने के कारण उस नोट की पहचान नहीं कर पाया। लेकिन उसका कहना था कि उसे ये नोट उसके ठेकेदार ने दिया हैं।
पुलिस के मुताबिक मजदूर एक किराना स्टोर पर जब सामान लेने पहुंचा और उसने 2000 का नोट दिया तो दुकान संचालक को नोट नकली होने की शंका हुई उसने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जब मजदूर से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके ठेकेदार ने मजदूरी के एवज में ये पैसे उसे दिए थे।
इसी तरह देश में और भी कई घटनाएं सामने आ रही है। लोगों में जानकारी के अभाव में नकली नोट चल रहे है। पहले भी तमिलनाडु में एक सब्जीवाले ने 2000 रूपए का नकली नोट ले लिया था जिसके बाद से ही नकली नोट की ख़बरें तेजी से आ रही है।