राजस्थान के गरीब परिवारों को सरकारी गेंहूँ का लाभ पाने के लिए, सरकारी अपमान भी सहना पड़ रहा है और अपने घर के बाहर लिखवाना पड़ रहा है कि “मैं गरीब हूँ।” यहाँ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत राशन लेने वाले हर परिवार के घर की दीवार पर स्थानीय प्रशासन, पीले रंग के बोर्ड रंगवाकर इन पर इस बात का इश्तेहार कर रहा है कि परिवार गरीब है और सरकारी मदद लेता है।
वैसे तो यह तरकीब प्रशासन द्वारा, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून योजना से अपात्रों को बाहर करना था, लेकिन इसकी अनिवार्यता ऐसी कर दी गई कि कई जगह एक ही घर की दीवार पर चार-चार पीले बोर्ड रंगे हुए हैं और उस घर के सदस्य गरीबी का इश्तेहार करते इन बोर्ड की वजह से शर्मिंदगी महसूस करते हैं।
इस तरकीब के चलते, दौसा जिले की सिकराय और बांदीकुई तहसील में लगभग 50 हजार घरों के लोगों को सरकारी राशन पाने के लिए अपने घरों के बाहर इन इश्तेहारों को लगवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि अधिकारियों को ये हिदायत है कि जो परिवार बोर्ड लगवाने से मना करे उसे योजना से बाहर कर दिया जाए। यानी सरकारी लाभ से वंचित होगा वो परिवार जो नहीं कहेगा कि मैं गरीब हूँ।