PM मोदी ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग, पाक को करारा जवाब देने का बना प्लान
इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से बार-बार सीज़फायर का उल्लंघन से लगातार दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है। इन मामलों को बढ़ता देख पीएम मोदी ने बुधवार को एक हाई लेवल मीटिंग की। इसमें सुरक्षा से जुड़े हालात की समीक्षा की गई। मीटिंग में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, नैशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर अजीत डोभाल और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी शामिल हुए। माना जा रहा है कि इस बैठक में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों को बेहतर ढंग से नाकाम करने और पाकिस्तान को समुचित जवाब देने को लेकर रणनीति बनी।
स्कूलों के हालात पर चर्चा
इस मीटिंग में सीज़फायर के उल्लंघन के साथ-साथ घाटी में स्कूलों के हालात पर भी चर्चा हुई। सीज़फायर उल्लंघन की वजह से सीमा से सटे गांवों में कई आम नागरिकों की जान जा चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, सैन्य टकराव की वजह से आम लोगों को हो रहे नुकसान पर मोदी सरकार बेहद चिंतित है। बता दें कि जहां अलगाववादी नेता घाटी में स्कूलों के खुलने नहीं दे रहे, वहीं कुछ लोगों ने कई शिक्षण संस्थानों में तोड़फोड़ और आगजनी की है। शोपियां में एक प्रिंसिपल के घर पर भी आगजनी की गई।
मंगलवार को पाक ने दागे मोर्टार
पाकिस्तानी सेना ने जम्मू एवं कश्मीर के कई सीमावर्ती इलाकों में मंगलवार को मॉर्टार से भारी गोलों की बौछार कर दी थी, जिसमें पांच महिलाओं समेत आठ आम नागरिकों की जान चली गई थी। इसमें 15 अन्य घायल भी हुए थे। पाकिस्तानी सैनिकों की गोलाबारी और गोलीबारी की वजह से दर्जनों सीमावर्ती गांवों से लोग सामूहिक पलायन को मजबूर हो गए हैं। हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने और संघर्षविराम उल्लंघन के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हुई है। वहीं, बीएसएफ ने कहा है कि पाकिस्तानी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया गया है और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर उसकी 14 चौकियों को तबाह कर दिया गया है।
पाक ने भारत को ही बनाया निशाना
उधर, सीजफायर तोड़ने को लेकर पाकिस्तान भारत पर ही दोष मढ़ रहा है। मंगलवार को पाकिस्तान ने भारतीय उप उच्चायुक्त को तलब किया और विरोध दर्ज कराया। एक सप्ताह में भारतीय उप उच्चायुक्त को चौथी बार तलब किया गया है। पाकिस्तानी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा, ‘महानिदेशक (दक्षिण एशिया और दक्षेस) मोहम्मद फैसल ने भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह को तलब किया और 31 अक्तूबर को निकिआल और जनद्रोत सेक्टरों में भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से किए गए संघर्ष विराम के अकारण उल्लंघन की कड़ी निंदा की।’ बयान में कहा गया है कि भारतीय सुरक्षा बलों की गोलीबारी में एक महिला सहित छह नागरिक मारे गए और आठ घायल हो गए।