कप्तान विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच मतभेद की स्थित सामने आ ही गई। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को वेस्ट इंडीज दौरे के लिए रवाना हो रही टीम के साथ कोच अनिल कुंबले नहीं गए हैं। हालांकि उन्होंने आईसीसी का हवाला दिया कि उन्हें आईसीसी के वार्षिक सम्मेलन के लिए रूकना है क्योंकि वह क्रिकेट समिति के अध्यक्ष हैं जो खेल के नियम को लेकर फैसला करती है।
पिछले शनिवार को कप्तान कोहली ने सीएसी सदस्यों के एक घंटे की बैठक में सहयोग करने से साफ मना कर दिया था। आपको बता दे कि कोच कुंबले की फ्लाइट टिकट भी टीम के साथ ही थी। इसके बावजूद आईसीसी के नाम पर उनका नहीं जाना उनके मतभेदों को दर्शा रहा है। ऐसा लग रहा है कि कोच के साथ कप्तान का विवाद अब सुलझने नहीं वाला है। चैंपियंस ट्रोफी के फाइनल से पहले शनिवार को विराट कोहली ने सीएसी सदस्यों सचिन, वीवीएस लक्ष्मण से मुलाकात की थी। उनके साथ बीसीसीआई सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी भी थे। सलाहाकार समिति के बीच हुई बैठक में भारतीय कप्तान ने स्पष्ट कर दिया है कि कोच के साथ उनका रिश्ता लगभग खत्म हो गया है।
चैपियंस ट्रोफी के बाद कुंबले का बतौर कोच कार्यकाल खत्म हो रहा था, जिसे बीसीसीआई ने वेस्ट इंडीज दौरे तक बढ़ाया है। कोच के लिए बीसीसीआई के मंगाए आवेदनों में कुंबले को सीधे एंट्री मिली है। वही पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी इस रेस में शामिल हैं।सूत्रों के मुताबिक सीएसी सदस्यों के लिए यह बहुत ही मुश्किल घड़ी है। कुंबले के साथ मिलकर उनका पक्ष जानने की भी बात कही थी। कोच चुनने की जिम्मेदारी सीएसी की है और तीनों सीनियर खिलाडी़ लंबे समय तक कुंबले के साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर चुके हैं।उनके लिए केच के तौर पर पूर्व लेग स्पिनर का शानदार रेकॉर्ड देखकर उन्हें टर्मिनेट करने फैसला बेहद मुश्किल है।