यूं तो महिलाएं भले ही आज पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हों, लेकिन जहां बात खुद को साबित करने की आती है, वहां जाहिरतौर पर उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन भोपाल की ही एक ऐसी शख्सियत ने खुद को साबित करने के लिए सारी दुनिया से लड़ाई लड़ी। न डरी, न झिझकी। आत्मविश्वास से भरपूर इस महिला ने न सिर्फ अपने जीवन में वो मुकाम हासिल किया, जहां वे पहुंचना चाहती थीं, बल्कि फोब्र्स मैग्जीन में भी अपनी एक अलग जगह बना ली। इस शख्सियत का नाम है आफरीन असलम।
जी हां, मायचाइल्ड नामक एप डिजाइन करने वाली आफरीन का नाम हाल ही में फोब्र्स मैगजीन में शामिल हुआ है। इस एप के जािरए उन्होंने बच्चों को लेकर काफी काम किया है। आपको बता दें कि आफरीन का स्टार्टअप शुरू करने का एक ही मंत्र है डू नॉट हैजिटेट। इसी मंत्र को लेकर वे अपने करियर में आगे बढ़ रही हैं। खासतौर से वह चाहती हैं कि लड़कियां इस मंत्र के साथ खुद को साबित करते हुए आगे बढ़ें और अपनी सफलता की नई कहानी गढ़ें। वे बताती हैं कि मैं शायद बहुत लकी हूं कि मुझे अपना स्टार्टअप शुरू करने से पहले फंडिंग या अन्य किसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन अक्सर लड़कियां इस परेशानी से गुजरती हैं। जानिए आफरीन से ही कुछ सवालों के जवाब।
– क्या स्टार्टअप सिर्फ पुरूषों के लिए है, महिलाओं के लिए नहीं।
स्टार्टअप शुरू करने पर किसी जेंडर का विशेषाधिकार तो नहीं है। हां, इतना जरूर है कि लड़कियों को स्टार्टअप शुरू करने में दिक्कत आती है। लोग इतनी जल्दी लड़कियों की बनाई स्ट्रेटजी पर यकीन नहीं कर पाते। वे आज भी उन्हें कमजोर समझते हैं, जिसे लेकर फंडिंग के साथ और भी कई परेशानियां आती हैं। पर आप उन्हें कैसे भरोसा दिलाएंगे ये आपको आना चाहिए।
– लड़कियों को स्टार्टअप शुरू करने के लिए क्या करना चाहिए
सबसे पहले अपने पैरेंट्स को राजी करना होगा। उनका सपोर्ट बहुत जरूरी है। उनको मना लिया तो आपका पहला चैलेंज मानो जीत गए। दूसरा बहुत बड़ा या आक्रमक मुद्दा न लेते हुए बच्चों और महिलाओं से जुड़े स्टार्टअप्स के बारे में विचार करें। इन पर काम करना आसान भी होता है साथ ही महिलाओं के लिए शुरू होने वाले स्टार्टअप्स की संख्या फिलहाल कम है, इनमें ज्यादा मौके हैं।
– कई लड़कियां बिजनेस में इंवेस्ट से डरती हैं।
तो फिर वे बिजनेस नहीं कर सकतीं। इंवेस्ट करना, नुकसान होगा, रिस्क ये सब बिजनेस के शब्द हैं, जिसे कभी न कभी झेलना ही पड़ेगा। बस अपने काम के प्रति कॉन्फिडेंट रहें, खुद पर भरोसा करना सीखें, दूसरों की बातों में तो बिल्कुल न आएं क्योंकि लड़की होने के नाते कई लोग आपको भटकाने आ जाएंगे, लेकिन आपका ध्यान आपके कारोबार और लक्ष्य पर ही होना चाहिए।
– खुद का कारोबार करने के लिए महिलाओं में ऐसी कौन सी बात होनी चाहिए।
आर्ट ऑफ इग्नोरेंस। जी हां, किसी की कही हुई बात दिल पर रखे रहोगे तो कभी सफल नहीं होगे। इसलिए बेशर्म बनो, मजबूत बनो और इग्नोर करते हुए अपनी मंजिल पाने के लिए आगे बढ़ो।