बच्चे को गोद में लेकर ऑटो चलाने वाले की मदद को आए कई बड़े हाथ
अपने ढाई साल के बेटे के साथ दिन-रात मुंबई की सड़कों पर ऑटो चला रहे वर्सोवा के सईद की मदद के लिए कई अजनबी हाथ आगे आए हैं। सोमवार शाम को अपने बैंक अकाउंट में 30 हजार रु. जमा होने का मेसेज मोबाइल पर देखकर सईद बहुत ज्यादा खुश हैं। उसकी आर्थिक मदद करने वाले सभी लोग अजनबी हैं। कुछ लोगों ने उनके बेटे मुजम्मिल और बेटी मुस्कान की देखभाल करने की बात कही है। सईद ने अपनी बीमार पत्नी यास्मीन को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने को लेकर बात की थी।
ठीक होने के बाद मददगारों को खाना बनाकर खिलाएगी
अब खबर है कि बायकला के विधायक वारिस पठान, फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा और टीवी कलाकार नकुल मेहता ने भी उन्हें मदद देने का प्रस्ताव दिया है। लकवे से ग्रस्त यास्मीन ने वादा किया है कि ठीक होने के बाद वह इन शुभचिंतकों के लिए खाना बनाएंगी। इस दंपती ने फिल्म निर्देशक विनोद कापड़ी का भी धन्यवाद किया जिन्होंने रविवार को सोशल मीडिया पर सईद की कहानी सबको बताई। बाद में उन्होंने सईद के बैंक अकाउंट की जानकारी भी शेयर की थी, जिसके बाद कई लोगों ने मदद करने के लिए उनके बारे में जानकारी ली थी।
3 महीने की बेटी मुस्कान की देखरेख पड़ोसी कर रहे
हालात से मजबूर सईद करीब 2 सप्ताह से अपने बेटे मुजम्मिल को भारी गर्मी के बीच ऑटो में बैठाकर सवारियों को छोड़ रहे थे। पत्नी लकवे से बीमार है, इसलिए उनकी 3 महीने की बेटी मुस्कान की देखरेख उनके पड़ोसी कर रहे हैं। पड़ोसी के 3 बच्चे हैं और ऐसे में वे सईद के दोनों बच्चों को अपने छोटे से घर में रख पाने में असमर्थ थे। 26 वर्षीय सईद ने बताया कि उनके और यास्मीन के परिवार के लोगों ने भी मुंबई आकर यास्मीन और बच्चों की देखभाल करने में असमर्थता जता दी थी। सईद यूपी के गोरखपुर के रहने वाले हैं और यास्मीन के परिजन बेंगलुरु में रहते हैं।
सईद ने बताया कि इन हालातों में घर और बच्चों की देखभाल की सारी जिम्मेदारी उनके सिर आ गई। उन्होंने कहा था, ‘मेरी पत्नी के शरीर के बाएं हिस्से में लकवा मार गया है। उसे 3 सप्ताह पहले स्ट्रोक आया और मैं उसे तुरंत कूपर अस्पताल ले गया था। अभी उसका MRI टेस्ट होना है और मैं उसके इलाज के लिए पैसे जुटा रहा हूं।’
जानें पूरी भावुक हकीकत
यास्मीन और सईद की शादी के वक्त उनकी उम्र 17 और 19 साल थी। यास्मीन कहती हैं, ‘हमारे पास पैसा कभी नहीं था, लेकिन हम खुश थे कि हमारे 2 बच्चे हैं। मैं पूरे वक्त यही प्रार्थना कर रही हूं कि वापस अपने पैर पर खड़ी हो जाऊं।’ सईद ने बताया कि कूपर अस्पताल में जब एक डॉक्टर ने कहा कि यास्मीन शायद कभी बोल नहीं पाएंगी तो वह काफी दुखी हुए थे। उन्होंने बताया, ‘एक और डॉक्टर ने कहा कि उसे 2 इंजेक्शन लगेंगे जिनकी कीमत 1.2 लाख रु. है। अब मुझे लगता है कि काफी लोग मेरे साथ हैं और मैं अपनी पत्नी को अच्छे डॉक्टर्स को दिखा सकता हूं। उसके इलाज के लिए मैं कुछ भी करूंगा।’ सईद ने बताया कि 1-2 दिन में उनके घरवाले भी आने वाले हैं।
अजनबियों से ऐसी मदद पाकर ईश्वर पर फिर से भरोसा जागा
सईद ने कहा कि अजनबियों से ऐसा समर्थन मिलने से वह लोगो और भगवान पर फिर से भरोसा करने लगे हैं। उन्होंने कहा, ‘मै जानता हूं वह ठीक हो जाएगी। मै मुंबई के लोगों की मदद और दुआओं के लिए उनका धन्यवाद करता हूं।’ सईद की मदद करने वाले फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने कहा कि वह एक नागरिक और इंसान होने के नाते बस अपना फर्ज निभा रहे थे। उन्होंने मुंबई मिरर से कहा, ‘भारत एक खूबसूरत देश है जहां अलग-अलग धर्म और जाति के लोग एक साथ आकर किसी इंसान की मदद करते हैं।’
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