कैंसर के लिए खराब लाइफस्टाइल से ज्यादा जिम्मेदार है डीएनए कॉपिंग
आपने कभी सोचा है कि ये कैंसर आखिर हो कैसे जाता है। वो भी कुछ ही लोगों को क्यों होता है। खराब लाइफस्टाइल के कारण दूसरों को क्यों नहीं होता। आपके इन सभी सवालों के जवाब हाल ही में आई एक रिसर्च में हैं। जी हां, नई रिसर्च में बताया है कि जब कोशिकाएं विभाजित होती हैं, तो उस समय डीएनए में होने वाले अचानक बदलाव या गलतियां ही इंसान में होने वाले दो तिहाई कैंसर की वजह होती है। इन बदलावों के पीछे न ही कारण धुम्रपान है , न ड्रिंकिंग और न ही हैरिडिटी। ये बीमारी किसी कारण से नहीं बल्कि बाय चांस होने वाली बीमारी है। सही शब्दों में कहा जाए तो ये बीमारी किसी को भी हो सकती है।
अब तक ऐसा माना जाता था कि कैंसर लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, जो बाहरी कारणों जैसे – स्मेाकिंग, हानिकारक केमिकल्स और जरूरत से ज्यादा मोटापे की वजह से होती है। ये सभी वास्तविक और रिस्क बढ़ाने वाले फैक्टर्स हैं, लेकिन इस नई रिसर्च की मानें तो कैंसर के पीछे की असली वजह डीएनए में होने वाला अचानक बदलाव हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने रिसर्च के दौरान 32 तरह के कैंसरों में मैथ्स मॉडल का यूज करते हुए जिनोम सिक्वेसिंग और इपिडेमिलॉजिक डाटा का एनालिसिस किया। इस दौरान उन्हें चौकाने वाले नतीजे मिले। इस दौरान देखा गया कि 66 मामलेे ऐसे हैं, जिनसे बचने की कोई उम्मीद नहीं है। क्योंकि ये मामले डीएनए कॉपिंग में अचानक हुई गलतियों के कारण होते हैं। पैनक्रियाज़ के कैंसर में यह 77 प्रतिशत मामले, बच्चों में होने वाले कैंसर में अधिकांश कैंसर के लिए डीएनए की ये गड़बड़ी जिम्मेदार है। लेकिन फेफड़े के कैंसर के दो तिहाई मामले के लिए पर्यावरण जिम्मेदार है, इसमें भी धूम्रपान बड़ी वजह है। वहीं दूसरी तरह के कैंसर जैसे प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेन या बोन कैंसर में तो 95 प्रतिशत डीएनए में होने वाला बदलाव ही जिम्मेदार होते हैं। इस स्टडी में 69 देशों से जिसमें भारत भी शामिल है से डेटा कलेक्ट कर स्टैटिस्टिकल एनालिसिस किया गया। इस स्टडी में करीब 4.8 अरब लोगों को शामिल किया गया था, जो दुनिया की आधी से ज्यादा जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इस नई स्टडी को यूएस के बॉल्टिमोर स्थित हॉपकिंग्स किमेल कैंसर सेंटर के साइंटिस्ट ने किया और 24 मार्च को जनरल साइेंस में इसे पब्लिश किया। इस रिसर्च पेपर के लीड ऑथर क्रिस्टियान टोमौटी कहते हैं कि शरीर में होने वाली ये गलतियां कैंसर के लिए जिम्मेदार एक प्रभावी सोर्स हैं, जिन्हें सालों से वैज्ञानिक स्तर पर कम करके आंका गया और नई स्टडी में पहली बार ये अनुमान लगाया गया है उन परिवर्तनों के बारे में जो इन गलतियों से उत्पन्न होते हैं। रिसर्चर्स ने सभी 32 प्रकार के कैंसर के बारे में पढ़ाई की और अनुमान लगाया कि 66 प्रतिशत कैंसर डीएनए कॉपिंग एरर की वजह से होते हैं, 29 प्रतिशत खराब लाइफस्टाइल और बचा हुआ 5 प्रतिशत अनुवांशिकी कारणों से होता है।
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