ख़ुद मर कर अपनी नन्हीं बेटी को ज़िंदगी दे गया ये पिता
बीजिंग। चीन के पूर्वी तटीय झेजियांग प्रांत में दो दिन पहले भंयकर दुर्घटना में बड़ी संख्या में लोग मलबे में दब गए थे। इसमें 22 लोगों की मौत हुई है। लेकिन राहत कर्मी उस वक्त हैरान रह गए जब उन्होंने मलबे में से तीन साल की एक बच्ची को बाहर निकाला। बच्ची के शरीर पर एक खरौंच तक नहीं आई थी। इसकी वजह है कि बिल्डिंग के मलबे और पत्थर को बच्ची के पिता ने अपनी पीठ पर झेल लिया और बच्ची को अपने सीने से लगा लिया। बच्ची सिर्फ़ इसलिए बच सकी क्योंकि मरे हुए पिता के खून और शरीर ने बच्ची को मलबे के अंदर संभालने में जीवन रक्षक का काम किया था।
दरअसल हुआ कुछ यूं कि राहत कार्य के आखिरी पड़ाव में जब राहतकर्मियों ने मलबे में दबे एक परिवार को देखा तो उन्हें इनके जिंदा बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। जब राहतकर्मी मलबा हटाने लगे तो देखा कि पिता के सीने से एक नन्हीं बच्ची लिपटी है। पिता मलबे में दबने की वजह से दम तोड़ चुका था लेकिन उसने दम तोड़ने से पहले भी ये ख्याल रखा कि बच्ची को चोट ना पहुंचे।
बिल्डिंग ढहने के इस हादसे में 3 साल की वू का पूरा परिवार जिंदा दफन हो गया। 26 साल के उसके पिता जूते की फैक्ट्री में काम करते थे जिनके ऊपर सीमेंट का एक मजबूत पिलर गिर गया लेकिन तभी उन्होंने अपनी बच्ची को अपने सीने से चिपका लिया जिससे बच्ची की जान बच गई। वहां से कुछ ही दूरी पर वू की मां का शव भी मिला। हादसे के बाद राहत और बचाव की तस्वीरों में दिख रहा है कि किस तरह राहतकर्मी बच्ची को सीमेंट और ईंट के मलबे के बीच से निकाल रहे हैं। बच्ची के बाल और शरीर पूरी तरह से धूल से सना हुआ है।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार वेंझू के लुचेंग औद्योगिक जिले में हुए इस हादसे में मलबे से 28 लोगों को निकाला गया। हादसे में मरने वालों की संख्या 22 तक पहुंच गई है जबकि जीवित मिले लोगों में से 6 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राहत कार्य में करीब 800 कर्मियों को लगाया गया था।