बीवी की याद में जेल में ही बना डाला ताजमहल
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दुनिया में कोई भी इंसान सबकुछ सह सकता है लेकिन अपने साथी या अपने पार्टनर से दूरी नहीं सह सकता। साथ रहते हुए भी दो प्यार करने वालों को हमेशा ये डर लगा रहता है कि कहीं वो दूर न हो जाए। ताजमहल को हम प्यार के प्रतीक के रूप में देखते है जिसे शाहजहां ने मुमताज़ की याद में बनवाया था। फ्रांस के रहने वाले एक शख्स ने जेल में रहकर अपनी बीवी की याद में ताजमहल बना डाला।
प्यार की कितनी ही कहानियां आपने क्यों न सुनी हो लेकिन हर कहानी कुछ नई सी लगती है। ये कहानी भी बिलकुल नई और अनोखी है। मादक पदार्थो की तस्करी के आरोप में जेल में सजा काट रहे फ्रांस के एक कैदी ने नए साल में पत्नी को नायाब तोहफा देने के लिए माचिस की तीलियों को जोड़कर ‘ताजमहल’ का प्रतिरूप तैयार किया है।
यूपी के मल्हारगंज जिला कारागार में मादक पदार्थ निरोधक अधिनियम (एनडीपीएस) के तहत सजा काट रहे फ्रांस के कैदी एलवर्ट पास्कल शाइने की कारीगरी का नमूना देख पूरा जेल महकमा दंग रह गया। एलवर्ट की कारीगारी भी ऐसी कि उन्होंने तो ताजमहल भी बना डाला। उनकी इस कारीगरी के चर्चे अब पूरे देश में होने लगे है।
एलवर्ट ने अपने बंदी साथियों की मदद फेवीकोल से माचिस की तीली को जोड़कर ताजमहल बनाया है। नए साल के मौके पर एलवर्ट उसे अपनी पत्नी को गिफ्ट करेंगे। एलवर्ट के इस नायाब तोहफे को जेल प्रशासन ने सुरक्षित रखने का प्रबंध भी किया है। जेल प्रशासन ने बताया है कि कैदी ने तीस हजार तीली और दो किग्रा फेवीकोल से ताजमहल का प्रतिरूप तैयार किया है।
एलवर्ट के साथ कई और कैदी भी इस जेल में बंद है लेकिन एलवर्ट अपनी भाषाई दिक्कत के चलते गुमसुम रहते है। अपनी तन्हाई मिटाने के लिए उन्होंने ताजमहल का सहारा लिया और अपने प्यार के लिए भी उन्होंने जेल में एक दूसरा ताजमहल खड़ा कर दिया। एलवर्ट का कहना है कि जेल में बनाया गया ताज प्यार व सहयोग की निशानी है। वह इसे अपनी पत्नी को नए साल में गिफ्ट करेगा।
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