कैंसर को हराने का हथियार बनेगा इंटरनेट
आज बच्चा हो या बूढ़ें हर कोई किसी न किसी बीमारी की चपेट में आ ही जाता हैं लेकिन जब बीमारी गंभीर होती है तो चिंता और ज़्याद बढ़ जाती है। बीमारी अगर कैंसर जैसी होती है तो कई लोग अपनी ज़िन्दगी से ही हार जाते हैं। कैंसर का नाम लेते ही मन में एक खौफ सा आ जाता है। अपनों को खोने का डर सताने लगता है।
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है और कई बार यह जानलेवा हो जाता है। इंटरनेट के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे बदलाव से मेडिकल का क्षेत्र भी अछूता नहीं है और पिछले कुछ सालों में कैंसर को हराने में इंटरनेट बड़ा हथियार बनकर सामने आया है।
कैंसर की रोकथाम की दिशा में करीब एक दशक से कार्यरत निजी स्वयं सेवी संगठन ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन ने अनूठी पहल करते हुए ’कैंसर जागरुकता और रोकथाम’ विषय पर ई-सिम्पोजियम का आयोजन किया है, जो 15 अप्रैल तक चलेगा। इसमें कई कैंसर विशेषज्ञ लोगों को कैंसर जागरुकता और रोकथाम के बारे में ऑनलाइन जानकारी देंगे।
इसके जरिए फांउडेशन के एसोसिएट दुनिया भर के ख्याति प्राप्त चिकित्सक भारत समेत दुनिया के अन्य देशों के लोगों से फेसबुक में प्रमोशन एवं चैट रूम के जरिए कैंसर की रोकथाम पर अहम जानकारी देंगे। फांउडेशन की अध्यक्ष स्नेहा राउत्रे का कहना है कि पिछले कुछ सालों में तकनीक ने लोगों की जिंदगी को काफी हद तक बदल दिया है। इंटरनेट इस बदलाव का बड़ा माध्यम बनकर सामने आया है।
उन्होंने कहा कि कैंसर के प्रति जागरुकता और ससमय समुचित इलाज ही इससे लड़ने का सबसे बड़ा हथियार है। कैंसर विशेषज्ञों तक पहुंचना आम लोगों के लिए आसान नहीं होता है इसलिए उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से विशेषज्ञों को एक प्लेटफार्म दिया है। इस प्लेटफार्म के जरिए लोग घर बैठे एक क्लिक के माध्यम से आसानी से कैंसर विशेषज्ञों से संपर्क कर अपनी समस्याओं का हल पा सकेंगे।
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