ताइवान की पहली महिला राष्ट्रपति, एक तरफा चुनावी जीत
ताइवान में इस बार पहली बार किसी महिला को राष्ट्रपति के रूप में चुना गया है। साइ इंग वेन ने ताइवान के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है। वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति हैं। साइ ने जनवरी में हुए चुनावों में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी यानी डीपीपी का नेतृत्व किया था। इस पार्टी को चुनावों में एकतरफा जीत मिली है। परंपरागत रूप से डीपीपी का झुकाव चीन से आजाद होने पर है और इस जीत के बाद दोनों के बीच, रिश्तों पर असर पड़ सकता है।
चीन का आक्रामक रवैया
ताइवान की राजधानी ताइपे में साइ इंग वेन के राष्ट्रपति शपथ समारोह में करीब 700 राज्य प्रमुख, कूटनीतिज्ञों और पदाधिकारियों ने भाग लिया। चीन, ताइवान को अपने से अलग हुए प्रांत के रूप में देखता हैं और उसने ताइवान को चेतावनी दी है कि जरूरत पड़ने पर बलपूर्वक उसे वापस चीन में मिलाया जा सकता हैं। साइ इंग वेन ने कहा है कि वह चीन के साथ मौजूदा रिश्तों को बरकरार रखेंगी, लेकिन चीन को भी ताइवान के लोकतंत्र का सम्मान करना चाहिए।
लोकतंत्र को बचाने के लिए करेंगी कार्य
ताइवान को लेकर चीन बेहद आक्रामक है। 59 साल की साइ ने ताइवान के राष्ट्रीय ध्वज के सामने पद की शपथ ली। शपथ के बाद अपनी स्पीच में नई राष्ट्रपति ने कहा कि ताइवान के लोगों ने स्वतंत्रता और लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ताइवान में वह मिले इस जनसमर्थन का इस्तेमाल शांतिपूर्वक विकास में करेंगी। उन्होंने चीन को लेकर कहा कि दोनों देशों का अपना इतिहास है और इसके देखते हुए दोनों को लोगों के हित में काम करना चाहिए। साइ ने चीन के साथ सकारात्मक संवाद पर जोर दिया।