राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने यूनिवर्सिटीज को सामाजिक संस्थान का करार देते हुए कहा है कि इन्हें लोकतांत्रिक और सामाजिक आदर्शों के संरक्षण की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। श्री मुखर्जी ने यहां गोवा यूनिवर्सिटी के 29वें दीक्षांत समारोह में संबोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा केंद्र सामाजिक संस्थान भी है और इन्हें इस रूप में अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करना चाहिए। यूनिवर्सिटीज का समाज के साथ संबंध जोडऩे से वे मूल्य आधारित शिक्षा देने के साथ ही छात्रों को जटिल सामाजिक और आर्थिक समस्याओं के समाधान खोजने के लिए प्रेरित कर सकेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि यूनिवर्सिटी की जिम्मेदारी है कि वे केवल प्रतिस्पर्धी पेशेवर पैदा न करें बल्कि गुणी और चरित्रवान नागरिक तैयार करें। उन्होंने आगे कहा कि छात्र अपनी संस्कृति और सभ्यता को आत्मसात करने पर ध्यान दें। यूनिवर्सिटीज से ऐसे छात्र निकलें जो आगे चलकर स्वयं परिवार , समाज, राष्ट्र और यूनिवर्सिटीज की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकें। दीक्षांत समारोह में गोवा की राज्यपाल और गोवा यूनिवर्सिटी में कुलाधिपति डॉ.मृदुला सिन्हा ने श्री मुखर्जी को डी.लिट की उपाधि से सम्मानित किया।