क्रिकेट के दीवानों से एक सवाल है, क्या आप बता सकते हैं कि मैच किन सूरतों में रोका जा सकता है? जवाब में आप बहुत सारी परिस्थितियां हमारे सामने रख देंगे लेकिन हम आपको एक ऐसी परिस्थिति से वाकिफ कराने जा रहे है जो आपको सुनने में हास्यास्पद लगेगी। वीरेंद्र सहवाग ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें गाने के बोल याद नहीं आ रहे थे इसलिए उन्होंने मैच रूकवा दिया था।
टेंशन लेने वाली बात नहीं हैं। आपके वीरू पाजी ने मैच को ज़्यादा देर के लिए नहीं रूकवाया था। गोरेगांव स्पोर्ट्स क्लब प्रीमियर लीग के दूसरे सीजन के उद्घाटन के मौके पर कहा कि ‘‘2008 में जब उन्होंने चैन्नई में साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ मेच खेला था। उसी मैच के दौरान वे 300 रनों पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे।
इसी दौरान वे एक गीत के बोल भुल गए थे। गीत था ‘तू जाने ना’। तभी उन्होंने मैच के बीच 12वें खिलाड़ी इशांत शर्मा को मैदान पर बुलाया और कहा कि उनके आईपॉड से गीत के बोल निकालकर लाए। इशांत ने ऐसा ही किया। लोगों को लगा कि उन्होंने इशांत को ड्रिंक्स के लिए बुलाया है।
वीरेंद्र सहवाग ने इस मौके पर ये भी बताया कि उन्हें शोएब अख्तर के सामने खेलते हुए कौन सा गीत गाएंगे। तो उन्होंने बताया कि ‘आ देखे जरा, किसमें कितना है दम?’ सहवाग ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि गेंद खेलने से पहले मैं यही सोचता हूं कि इस पर मुझे चौका मारना है या छक्का। ज़्यादा सोचने से बचने के लिए मैने गीत गाना शुरू कर दिया।’’