यूएस ने रामदेव को वीज़ा देने से किया था मना
अमेरिका ने योग गुरु और पतंजलि ग्रुप के प्रमुख बाबा रामदेव को एक बार वीज़ा देने से इनकार कर दिया था। रामदेव को वीज़ा न देने के पीछे यूएस की ओर से बड़ी ही अजीब वजह बताई गई थी। इस बात का खुलासा ख़ुद रामदेव ने किया है। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बताया कि जब पहली बार उन्होंने अमेरिका के वीजा के लिए आवेदन किया था, तो उन्हें मना कर दिया गया था। जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो कहा गया, ’बाबाजी, आपके पास बैंक खाता नहीं है, जो मेरे पास अभी भी नहीं है और मैं अविवाहित हूं।’
रामदेव ने कहा, ”हो सकता है वहां इस पर लेकर कुछ समस्या हो, लेकिन मैंने कहा कि इनमें से किसी की भी संभावना नहीं है, फिर भी उन्होंने मुझे वीजा देने से मना कर दिया।’ हालांकि, रामदेव ने किस वर्ष वीजा के लिए आवेदन किया था, इसकी जानकारी नहीं दी।”उन्होंने कहा, ”लेकिन जब उन्हें मुझे संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम के लिए बुलाना पड़ा, तो उन्होंने खुद मुझे 10 साल का वीजा दिया।”
जड़ी बूटियों के साथ काम करना चाहते हैं रामदेव
इस ग्लोबल समिट में रामदेव ने कहा कि वे जड़ी-बूटियों के क्षेत्र में बड़ा काम करना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा वे मध्यप्रदेश में भी बड़ा निवेश करने के लिए प्रयासरत हैं, मगर राज्य के उद्योग विभाग ने तो उन्हें मात्र 45 एकड़ जमीन ही उपलब्ध कराई है। बता दें कि इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में शनिवार को दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का उद्घाटन वित्तमंत्री अरुण जेटली ने किया। इस मौके पर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, इस्पात मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे।