इंदिरा गांधी के इन ऐतिहासिक फैसलों से बदली भारत की तस्वीर
- - Advertisement - -
4. भारत और पाकिस्तान युद्ध
पाकिस्तान हमेशा से कश्मीर को भारत से अलग करना चाहता था। दोनों देशों के बंटवारे के बाद से ही पाकिस्तान ने कश्मीर को भारत से अलग करना चाहा। इसके लिए पाकिस्तान ने कई बार खुलेआम युद्ध भी किए। पाकिस्तान ने पहले 1947 में जंग छेड़ी थी। जिसका भारत ने डटकर सामना किया। वहीं 1971 में इंदिरा गांधी के शासनकाल में भी पाकिस्तान ने युद्ध छेड़ा। इंदिरा गांधी उस समय सशक्त निर्णय लेने वाली प्रधानमंत्री थी। जिनके नेतृत्व में भारत ने ऐसी जंग लड़ी जिससे पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी।
5. स्माईलिंग बुद्धा ऑपरेशन
इंदिरा गांधी हमेशा अपने सही फैसलों के लिए ही जानी जाती थी। वे जिस समय पीएम थी उस समय भारत अंतराष्ट्रीय स्तर पर उभरने की भरपूर कोशिश कर रहा था। वहीं साथ ही पाकिस्तान द्वारा छेड़ी जा रही जंगों का भी जवाब दे रहा था ऐसे माहौल में इंदिरा गांधी ने एक ऐसा फैसला लिया जिससे पूरी दुनिया हिल गई।
18 मई 1974 को सुबह आकाशवाणी के दिल्ली स्टेशन पर ठीक नौ बजे एक उद्घोषण हुई जिसमें कहा गया कि ‘‘आज सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर भारत ने पश्चिमी भारतत के एक अज्ञात स्थान पर शांतिपूर्ण कार्यों के लिए एक भूमिगत परमाणु परीक्षण किया है। इस परमाणु परीक्षण को इंदिरा गांधी के आदेश पर किया गया था तथा इस परीक्षण के बाद भारत पूरे विश्व की नज़रों में आ गया साथ ही परमाणु शक्ति से लेस देश भी बन गया। यह परमाणु परीक्षण पोखरण में किया गया था। इस मिशन का नाम स्माइलिंग बुद्धा था।
6. बांग्लादेश का उदय
आज़ादी से पहले अंग्रेज बंगाल का धार्मिक विभाजन कर गए थे। हिंदू बंगालियों के लिए प. बंगाल और मुस्लिम बंगालियों के लिए पूर्वी पाकिस्तान बना दिए गए थे। पूर्वी पाकिस्तान की जनता सेना के शासन में घुटन महसूस कर रही थी। उनके पास नागरिक के अधिकार भी नहीं थे। ऐसे में भारत के असम में करीब 10 लाख बांग्ला शरणार्थी पहुंच गए जिससे देश पर आर्थिक् तथा आंतरिक सकंट पैदा हुआ।
भारत ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। बांग्ला शरणार्थी जब भारत आ रहे थे तब ही पाकिस्तानी सेना ने 1971 की जंग छेड़ दी। लेकिन भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में लड़ी इस जंग से पाकिस्तान कमज़ोर पड़ने लगा। जंग की ये बात संयुक्त राष्ट्रसंघ तक पहुंची तो युद्ध विराम के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की गई।
7 दिसंबर को अमेरिका ने प्रस्ताव पारित करते हुए तुरंत युद्ध विराम लागू करने के लिए कहा जिस पर रूस ने वीटो कर लिया। रूस के इस वीटो के बाद भारत की सेना ने मुक्त वाहिनी के साथ मिलकर पाकिस्तान को परास्त कर दिया। 16 दिसंबर को भारतीय सेना ढाका पहुंची और पाकिस्तानी फौज को आत्मसर्मपण करना पड़ा। यहीं से विश्व के मानचित्र पर नए देश बांग्लादेश का उदया हुआ। Next Page पर पढ़ें पूरी स्टोरी…
- - Advertisement - -
- - Advertisement - -